रायपुर। आम आदमी पार्टी ने प्रदेश के गृह मंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि केंद्रीय जेल में अधीक्षक पद पर कार्यरत जेल उप-महानिरीक्षक डॉ. केके गुप्ता के विरुद्ध भ्रष्टाचार व अनुसूचित जाति की महिला अधिकारी को प्रताड़ित करने के आरोपों की जांच कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
आप के प्रदेश संयोजक कोमल हुपेंडी ने गृह मंत्री को लिखे पत्र की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भेजी है। इसमें कहा गया है कि सन् 2012 में डॉ. गुप्ता को मूल पद के साथ-साथ अस्थायी रूप से केंद्रीय जेल रायपुर के अधीक्षक पद की जिम्मेदारी दी गई थी। सन् 2016 में राजेंद्र गायकवाड़ रायपुर केंद्रीय जेल में अधीक्षक पदस्थ किए गए, जिसके बाद सन् 2012 का अस्थायी आदेश स्वतः समाप्त हो गया। डॉ.गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने षड़यंत्रपूर्वक गायकवाड़ को बंदी हत्या के मामले में फंसाकर निलंबित कराया और पुनः केंद्रीय जेल रायपुर के अधीक्षक बन गए। डॉ. गुप्ता का मूल पद जेल उप महानिरीक्षक है, इसके साथ वे बिना किसी शासकीय आदेश के लगातार विधि विरुद्ध जेल अधीक्षक पद पर कार्य कर रहे हैं।
आप ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि डॉ. गुप्ता के संरक्षण में सन् 2017 में जेल के बंदियों को एक्सपायरी दवा और इंजेक्शन दिए गए। अनुसूचित जाति की महिला अधिकारी वर्षा संतोष कुंजाम व बंदियों ने इस संबंध में बयान दिया, उसके बावजूद आज तक उनके विरुद्ध किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो सकी है। इस संबंध में महिला अधिकारी ने लगातार पत्राचार कर शिकायत की पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, उल्टे महिला अधिकारी वर्षा कुंजाम को ही प्रताड़ना झेलनी पड़ी। डॉ. गुप्ता दोनों पदों पर रहकर उसका दुरुपयोग करते आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी की मांग है कि उपरोक्त अधिकारी पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच कर भ्रष्टाचार की जांच की जाए और डॉ. केके गुप्ता पर एट्रोसिटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए। कार्रवाई नहीं होने पर आम आदमी पार्टी रायपुर में बड़ा घेराव व प्रदर्शन करेगी।