बिलासपुर। तोरवा थाना इलाके में धर्मांतरण को लेकर बड़ा हंगामा हुआ। कई घंटे तक थाने का घेराव और विवाद के बाद पुलिस ने पास्टर सहित 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
मामला 29 जून की सुबह का है। हिंदू संगठन के लोगों को सूचना मिली कि तोरवा पावर हाउस क्षेत्र के केंवटपारा में कुछ लोग हिंदू परिवारों का धर्मांतरण करवा रहे हैं। इस पर संगठन के सदस्य मौके पर पहुंचे और विरोध जताया।
इधर, मसीही समाज के लोग नाराज होकर बड़ी संख्या में तोरवा थाना पहुंच गए और आरोप लगाया कि हिंदू संगठन के लोगों ने उनके साथ मारपीट की है। थोड़ी ही देर में हिंदू संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ता भी थाने पहुंच गए और धर्मांतरण कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे।
स्थिति बिगड़ते देख थाना परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील करना पड़ा। दोनों पक्षों में कई बार काफी तनाव और नोंक-झोंक भी हुई, लेकिन पुलिस ने किसी तरह हालात काबू में रखे। करीब 7 घंटे तक माहौल तनावपूर्ण रहा, फिर पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद दोनों पक्ष शांत होकर लौटे।
इसके बाद पावर हाउस चौक निवासी प्रकाश सिंह (35 वर्ष) ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। उनका आरोप है कि प्रार्थना भवन में उन्हें पैसे का लालच देकर धर्म बदलने का दबाव डाला गया।
पुलिस ने प्रकाश सिंह की शिकायत पर पास्टर विनय सिंह परिहार, मालती धीवर, पवन श्रीवास, हर्ष रजक, बादल, मधु धीवर और पुलू के खिलाफ छत्तीसगढ़ धर्म स्वतंत्र अधिनियम 1968 की धारा 3 और 4 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।