लोगों को जागरूक करने और बचाव दल के अभ्यास के लिए की गई मॉक ड्रील

बिलासपुर। जिला पंचायत भवन में आग लगने और सूरत के एक कोचिंग सेंटर में भयानक हादसा होने के बाद जिला व नगर निगम प्रशासन ने भी भवनों की आग से सुरक्षा के उपायों पर ध्यान देना शुरू किया है। इसी सिलसिले में मंगलवार की शाम मेग्नेटो मॉल में मॉक ड्रिल की गई। नगर निगम शहर भर के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की जांच कर रहा है।

कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने जिले के सभी शासकीय कार्यालयों, स्कूलों, महाविद्यालयों में आग से बचाव के लिये सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने के साथ-साथ आग और भूकम्प से बचाव के लिये प्रशिक्षण और पूर्वाभ्यास कराने का निर्देश दिया है। समय सीमा की बैठक में उन्होंने बाढ़ संभावित 132 चिन्हित गांवों में आपदा प्रबंधन हेतु उपाय एवं पूर्वाभ्यास हेतु भी निर्देशित किया गया। बैठक में उन्होंने पीडब्ल्यूडी को फायर स्टेशन का निर्माण प्राथमिकता से करने का निर्देश दिया साथ ही सभी कार्यालयों में आग से बचाव, सुरक्षा, आग लगने की दशा में त्वरित व्यवस्था तथा इसके लिये न्यूनतम जरूरतों के संबंध में फायर ऑडिट कराने एवं कमियों को दूर करने का निर्देश दिया।

दूसरी ओर निगम कमिश्नर श्री प्रभाकर पाण्डेय ने शहर के बड़े संस्थनों व कोचिंग सेंटर में फायर सेफ्टी जांच के लिए जंबो टीम गठित की है। टीम ने चारों जोन के करीब 20 बड़े संस्थानों में देर शाम तक फायर सेफ्टी की जांच की। इसके पहले शहर के कोचिंग सेंटरों की जांच भी की गई थी, जिनमें फायर सेफ्टी के इंतजाम नहीं थे।

एडिशनल एसपी संजय ध्रुव को नोडल अधिकारी और उपायुक्त मिथलेश अवस्थी ने पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, निगम के राजस्व, नजूल और अतिक्रमण के कर्मचारियों के साथ शहर के करीब 20 बड़े संस्थानों में फायर सेफ्टी की जांच की । इन संस्थानों में अपोलो सिटी सेंटर, सरकंडा ग्लोबल सुपर मार्केट, होटल शिवा इंटरनेशनल, कल्पवृक्ष ट्यूटोरियल्स, नारायणी मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल, सुखम आरोग्य, श्रीकृष्ण हास्पिटल, वंदना मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल, सीएलसी प्लाजा, 36 मॉल, महिमा काम्प्लेक्स, महादेव हास्पिटल, विनायक नेत्रालय, आनंदा आदि शामिल हैं। लगभग हास्पिटल व होटलों में फायर सेफ्टी व्यवस्था मिला। इन संस्थानों को फायर सेफ्टी सिलेंडरों को समय पर रिफील कराने के साथ सुरक्षा के तमाम नई तकनीक अपना के निर्देश दिए गए। ऐसे संस्थान जहां फायर सेफ्टी व्यवस्था नहीं थी, उन्हें पंद्रह दिनों के भीतर  व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।

मंगलवार की शाम श्रीकांत वर्मा मार्ग स्थित मेग्नेटो मॉल में आग लगने पर कैसे बचाव कार्य किया जाये इसकी जानकारी लोगोंको दी गई। यहां पर एक ट्रायल आग कागज से लगाई गई, फायर ब्रिगेड, लिफ्ट, एम्बुलेंस आदि को आपात् स्थिति की तरह बुलाकर बुझाने तथा भीड़ को बाहर सुरक्षित निकाले जाने के अभ्यास का प्रदर्शन कर लोगों को जागरूक किया गया। हालांकि कई लोगों का कहना था कि यह मॉक ड्रिल खुले एरिया में बने इस व्यावसायिक संस्थान में न करके शहर की उन गलियों में किया जाना चाहिये था, जहां बचाव कार्य चलाना मुश्किल होता है। इस बारे में नरेश बाजार और भारत होजियरी में पूर्व में लगी आग का हवाला भी दिया गया।

कोई जवाब दें

Please enter your comment!
Please enter your name here