बिलासपुर । शहर की तुहिना पांडेय भारतीय सेना में जज एडवोकेट जनरल की टीम के साथ काम करेंगी। दो दिन पहले डिफेन्स अकादमी चेन्नई में उन्हें लेफ्टिनेंट रैंक के इस पर नियुक्त करते हुए बैच लगाया गया।

तुहिना सेवानिवृत्त न्यायाधीश दिनेश चंद्र पांडेय और अधिवक्ता नवनीता की पुत्री हैं। तुहिना ने पुणे से एल.एल-बी. करने के बाद हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी रायपुर से एलएल. एम की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने बिलासपुर हाईकोर्ट में प्रैक्टिस शुरू कर दी थी। इसी दौरान उन्हें अपने भाई शोनभ से पता चला कि सेना में लेफ्टिनेंट और अन्य लेवल के लॉ ऑफिसरों की भर्ती हो रही है। शोनभ को खुद सेना में गहरी रूचि रही है और वे फाइटर पायलट बनने के लिए प्रशिक्षण ले चुके हैं। भाई की प्रेरणा से तुहिना ने आवेदन किया और उसने लिखित परीक्षा में सफलता हासिल की। इसके बाद डेढ़ साल पहले इंटरव्यू हुआ और फिर प्रशिक्षण का सत्र प्रारंभ हुआ। उन्हें सेना के मापदंड के अनुरूप सभी प्रशिक्षण लेने पड़े, जिनमें कमांडो ट्रेनिंग भी शामिल है। प्रशिक्षण सत्र में सफल होने के बाद उन्हें बैज लगाकर लेफ्टिंनेंट का दायित्व सौंपा गया है। उनकी पहली पोस्टिंग श्रीनगर में हुई है, जहां वह कुछ दिनों के अवकाश के बाद इसी माह पदभार संभालने जाएंगीं।  यह सेना का क्लास वन पद है, जिसमें कोर्ट मार्शल के लिए लाये जाने वाले जवानों की शिकायतों को सुना जाता है। तुहिना के चयन से शहर में लोगों को हर्ष है। अधिवक्ताओं ने भी खुशी जाहिर की है। तुहिना के दादा हनुमान प्रसाद पांडेय भी शहर के जाने-माने वकील थे।

कोई जवाब दें

Please enter your comment!
Please enter your name here