बड़ी बहन ने रोकने के लिए डेढ़ किलोमीटर लगाई दौड़, लेकिन नहीं बचा पाई जान
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मोबाइल चलाने पर पिता की डांट से नाराज़ होकर 14 वर्षीय छात्रा ने देर रात घर से भागकर नदी में छलांग लगा दी। घटना के बाद परिवार में मातम छा गया और पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
रात में पढ़ाई के दौरान मोबाइल देखने पर लगी फटकार
मामला सरकंडा थाना क्षेत्र के राजकिशोर नगर, अटल आवास का है। यहाँ रहने वाले अरुण कठौते की दो बेटियाँ हैं। छोटी बेटी अदिति कठौते (14) कक्षा 9वीं में पढ़ती थी और पास के प्रयास पब्लिक एजुकेशन एकेडमी में अध्ययनरत थी।
सोमवार की रात अदिति अपनी बड़ी बहन चेतना के साथ कमरे में पढ़ाई कर रही थी। इसी दौरान दोनों मोबाइल चला रही थीं। पिता ने देखा तो उन्हें फटकार लगाई और कहा- “अब मोबाइल बंद करो और सो जाओ।”
बहन ने रोकने की कोशिश की, पर अदिति दौड़कर निकल गई
पिता की डांट के बाद भी जब अदिति ने मोबाइल नहीं छोड़ा, तो बहन चेतना ने भी उसे पढ़ाई पर ध्यान देने को कहा। यह सुनते ही अदिति अचानक कमरे से बाहर निकल गई।
गेट खुलने की आवाज सुनकर चेतना उसके पीछे दौड़ी, पर तब तक अदिति सड़क की ओर भाग चुकी थी। दोनों के बीच करीब डेढ़ किलोमीटर की दौड़ चली। चेतना ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन अदिति तोरवा (छठघाट) पुल पर पहुंची और बिना कुछ कहे अरपा नदी में छलांग लगा दी।
रातभर खोजबीन, सुबह मिली लाश
घटना रात करीब 1.30 बजे की है। पुल के पास मौजूद लोगों ने यह दृश्य देखकर पुलिस को सूचना दी। सरकंडा टीआई प्रदीप आर्या की टीम मौके पर पहुंची और एसडीआरएफ को बुलाया गया। रातभर खोजबीन जारी रही और मंगलवार सुबह करीब 10.30 बजे छात्रा का शव नदी से बरामद किया गया।
पसंद था मोबाइल देखना और खाना बनाना
पुलिस जांच में पता चला है कि अदिति को मोबाइल वीडियो देखना और खाना बनाना पसंद था। कक्षा 8वीं में वह सप्लीमेंट्री में आई थी, जिसके बाद पिता उस पर अधिक ध्यान देते थे। सोमवार रात की यह मामूली फटकार उसके लिए जानलेवा बन गई।
पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपा गया परिजनों को
पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंप दिया। मृतका का अंतिम संस्कार उसके मूल गांव सुगदा (सक्ती जिला) में किया गया।
थाना प्रभारी प्रदीप आर्या ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला पारिवारिक तनाव के चलते आत्महत्या का प्रतीत होता है। हालांकि, पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
मां-पिता सदमे में, मोहल्ले में शोक का माहौल
घटना के बाद से पूरे मोहल्ले में गम का माहौल है। पड़ोसी और स्कूल के शिक्षक परिवार को ढांढस बंधा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि यह सब क्षणिक ग़ुस्से और भावनात्मक आवेश का नतीजा है, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।












