नवा रायपुर में 50 करोड़ की लागत से बनेगा विश्वस्तरीय शिक्षण संस्थान, 50 करोड़ रु खर्च होंगे
रायपुर। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में उनके निवास कार्यालय पर हुई। इसमें अनेक फैसले लिये गये। निर्णय लिया गया कि प्रदेश के विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में 2 अगस्त से 50 पढ़ाई भौतिक उपस्थिति के साथ पढ़ाई शुरू होगी। स्कूल अभी सिर्फ 10वीं और 12वीं के लिए 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खोले जाएंगे। गांवों में पंचायत प्रतिनिधि और शहरी क्षेत्रों में पार्षदों और पालकों से चर्चा के बाद स्कूल खोलने के बारे में सहमति बनाई जायेगी।
बैठक में कोरोना काल में बंद कराए गए आश्रम, छात्रावास, एवं पोटा केबिन को प्रारंभ करने के लिए बस्तर के संभाग आयुक्त के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर जिलों में कुल 320 आश्रम और 118 छात्रावास संचालित हैं। बस्तर संभाग के शेष 4 जिलों में जिला मुख्यालय से भिन्न संचालित छात्रावास एवं आश्रमों को भी संचालित करने की अनुमति दी गई हैं। दुर्ग में एक निजी विश्वविद्यालय की स्थापना का अनुमोदन किया गया है। नवा रायपुर क्षेत्र में विश्व स्तरीय शिक्षण संस्थान की स्थापना के लिए स्कूल शिक्षा विभाग को 20 एकड़ भूमि निशुल्क आवंटित किया जाएगा। इसके निर्माण पर माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 15 करोड़ रुपये, छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल द्वारा 10 करोड़ और व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा 25 करोड़ रुपए, कुल 50 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे।