रायपुर। छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज की बैठक में आज प्रदेश में आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की गई। इसके लिये उन्होंने अभियान चलाने का निर्णय लिया है। बैठक में समाज की नौ मांगों पर सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने को लेकर रोष जाहिर करते हुए 30 अगस्त को प्रदेश में आर्थिक नाकेबंदी करने का निर्णय लिया गया।
संतोषी नगर स्थित गोंडवाना भवन में हुई बैठक में पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरविन्द नेताम, संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सोहन पोटाई सहित अनेक नेता उपस्थित थे। बैठक में सिगरेल मामले की जांच नहीं होने, आरक्षण के प्रावधानों को लागू नहीं करने, पेसा कानून लागू नहीं करने आदि को लेकर रोष जताया गया। सर्व आदिवासी समाज ने खनन एवं बांधों के नाम पर विस्थापन पर रोक लगाने, कांकेर में अवैध रूप से आकर बसे लोगों को बाहर निकालने की मांग की गई।
सिलगेर में तीन आदिवासियों की सुरक्षा बलों की गोली से मौत होने के मामले को भी प्रमुखता से उठाया गया। अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में भर्ती के दौरान आरक्षण के नियमों का पालन नहीं करने का विरोध जताया गया।
सर्व आदिवासी समाज 19 जुलाई से अपनी 9 सूत्री मांगों को पूरा कराने के लिये आंदोलन कर रहा है। आज की बैठक में निर्णय लिया गया कि 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के दिन आंदोलन नहीं किया जायेगा। 30 अगस्त को आर्थिक नाकेबंदी करते हुए प्रदेश भर में चक्का जाम किया जायेगा।