अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में स्टील कारोबारी के बेटे अक्षत अग्रवाल (25) की हत्या की गुत्थी और भी उलझ गई है। अक्षत का शव बुधवार सुबह अंबिकापुर-मनेंद्रगढ़ रोड पर जंगल के पास कार में मिला, जिसके सीने और पेट में तीन गोलियां मारी गई थीं। इस मामले में पुलिस ने संजीव मंडल नामक एक युवक को हिरासत में लिया है, जिसने चौंकाने वाला दावा किया है कि अक्षत ने खुद ही अपनी हत्या की साजिश रची थी।
हत्या की प्रारंभिक जांच और संदिग्ध परिस्थितियां
मंगलवार शाम को अक्षत अपने घर से निकला था और लगभग 6:30 बजे उसका फोन बंद हो गया। परिजनों द्वारा रात तक कोई खबर न मिलने पर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। बुधवार सुबह जंगल के पास एक कार में अक्षत का शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। अक्षत के शरीर से और कार के शीशों से खून के छींटे मिले, और कार से तीन पिस्टल बरामद हुईं, जिनके लाइसेंस नहीं थे।
आरोपी का बयान और पुलिस की जांच
पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए संजीव मंडल ने दावा किया कि अक्षत ने खुद को गोली मारने के लिए उसे उकसाया था। संजीव ने बताया कि अक्षत ने उसे शाम को बुलाया था और कार में बैठने के बाद तीन पिस्टल और कारतूस उसे सौंपे थे। संजीव का कहना है कि अक्षत ने पहले खुद को गोली मारी, फिर संजीव ने उसके कहने पर दो और गोलियां चलाईं।
हालांकि, पुलिस को संजीव के बयान पर संदेह है और वह मामले की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस ने संजीव के घर से तीन पिस्टल, 31 कारतूस, 47 हजार रुपए नकद, सोने की चेन, ब्रेसलेट और अंगूठी बरामद की है। संजीव और अक्षत के बीच पिछले डेढ़ साल से कोई संपर्क नहीं था, और इस हत्या का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।
मृतक का अंतिम संस्कार और परिजनों की स्थिति
अक्षत अग्रवाल का शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। जब उसका शव घर पहुंचा, तो माहौल गमगीन हो गया और हर आंख नम हो गई। अक्षत, अपने पिता महेश केडिया के व्यवसाय में सक्रिय रूप से जुड़ा था और उसे सभी जानते थे। उसके परिवार ने शंकर घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया।
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