बिलासपुर। तालापारा के सरकारी स्कूल परिसर में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र में 14 अगस्त को तीन साल की बच्ची मुस्कान महिलांगे की मौत ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। घटना उस समय हुई जब बच्ची आंगनबाड़ी परिसर में खेल रही थी। यहां अवैध रूप से डंप किया गया डीजे का सामान अचानक गिर गया और गंभीर चोट लगने से बच्ची घायल हो गई। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
घटना के बारे में परिवार और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र के भीतर ही डीजे संचालक रोहित देवांगन ने गैरकानूनी तरीके से लोहे के पाइप और साउंड सिस्टम का सामान रख छोड़ा था। इसी परिसर में एक स्कूल भी चलता है। मालूम हुआ है कि डीजे संचालक यहां के चौकीदार का पोता है। सुबह करीब 11 बजे खेलते समय एक पाइप गिरकर मुस्कान के सिर पर लगा। बच्ची को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, फिर सिम्स रेफर किया गया, लेकिन प्रयासों के बावजूद उसकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण सिर की गंभीर चोट दर्ज हुआ। आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे को उठाया तब जाकर सिविल लाइन पुलिस ने 21 अगस्त को परिजनों और चश्मदीद गवाहों के बयान लेने के बाद एफआईआर दर्ज की। एफआईआर में डीजे संचालक रोहित देवांगन पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 106 और 3(5) के तहत मामला कायम किया गया है।
आम आदमी पार्टी का आरोप और सवाल
आम आदमी पार्टी ने इस घटना को लेकर प्रशासन और शासन पर सीधा हमला बोला है। पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष एडवोकेट प्रियंका शुक्ला ने विज्ञप्ति में आरोप लगाया कि आंगनबाड़ी में सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां शादी-ब्याह और नशेड़ियों का भी बिना रोक-टोक आना-जाना होता है। प्रियंका शुक्ला ने कहा, “नेताओं और अधिकारियों की चुप्पी ने जनता में आक्रोश फैला दिया है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती।”
प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने सवाल उठाया कि गरीब मजदूर परिवार की बच्ची होने के कारण अब तक आंगनबाड़ी प्रबंधन, महिला बाल विकास विभाग या शिक्षा विभाग के किसी जिम्मेदार अधिकारी पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई। विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि अगर यही घटना किसी निजी स्कूल में होती तो तुरंत मैनेजमेंट पर कार्रवाई की जाती, लेकिन सरकारी स्कूल और गरीब परिवार होने की वजह से मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है।
परिजनों का आरोप
बच्ची के परिवार का कहना है कि मासूम की मौत के लिए सीधे तौर पर शासन-प्रशासन जिम्मेदार है। परिवार ने बच्ची का अंतिम संस्कार तखतपुर के पैतृक गांव में कर दिया है और अब उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहा है।
पार्टी की मांग
प्रेस विज्ञप्ति में आप की प्रदेश उपाध्यक्ष प्रियंका शुक्ला ने संबंधित विभागों के अन्य अधिकारियों पर भी जवाबदेही तय करने और उनके खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है।













