बिलासपुर। बिलासपुर से लोकसभा का प्रतिनिधित्व कांग्रेस प्रत्याशी अटल श्रीवास्तव करेंगे या भाजपा के अरुण साव इसका फैसला आने में गुरुवार को देर रात हो सकती है लेकिन रुझान शाम तक मिल जाने की संभावना है। विधानसभा चुनाव में भारी बढ़त के साथ कांग्रेस की सरकार में वापसी हुई थी लेकिन एग्ज़िट पोल में भाजपा की बढ़त सामने आने पर माहौल बदला हुआ है।
बिलासपुर लोकसभा सीट पर हर बार की तरह इस बार भी कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर रही। विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी ने कांग्रेस को काफी नुकसान पहुंचाया था पर लोकसभा चुनाव में कई नेता कांग्रेस में लौट गये, जो नहीं लौटे उन्होंने भी कांग्रेस का साथ दिया। कांग्रेस मैदान में प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों की कर्जमाफी, धान का समर्थन मूल्य जैसे महत्वपूर्ण वायदों को निश्चित समय सीमा में पूरा करने का लाभ भी इस चुनाव में मिलता देख रही है। कांग्रेस नेताओं को अनुमान है कि नतीजे एग्ज़िट पोल की अटकल को धराशायी करेंगे।
दूसरी ओर भाजपा ने अपने मौजूदा सांसद लखनलाल साहू को ड्रॉप कर नया चेहरा अरुण साव मैदान में उतारा। विधानसभा चुनाव में परास्त भाजपा के कार्यकर्ताओं ने लोकसभा में साख बचाने के लिए काफी मेहनत की है। भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव की तरह ही इस बार भी नरेन्द्र मोदी की छवि को सामने रखकर चुनाव लड़ा है। भाजपा नेताओं को लगता है कि अकेले अपने दम पर पार्टी 300 पार पहुंचेगी और बिलासपुर में एक फिर रिकॉर्ड मतों से जीत होगी।
जकांछ और बहुजन समाज पार्टी के बीच विधानसभा चुनाव में बने गठबंधन के चलते लोकसभा चुनाव में भी तीसरी ताकत की दमदार मौजूदगी का अनुमान चुनाव की घोषणा के बाद लगाया गया था लेकिन जकांछ द्वारा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लेने के बाद स्थिति बद गई। जोगी की पार्टी के लोगों ने बसपा के लिए वोट नहीं मांगे।
बहरहाल, लम्बे और उबाऊ चुनाव प्रक्रिया के बाद मतदाताओं के फैसले को जानने की तारीख सामने है। कोनी स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के आईटी भवन में पूरी तैयारी की जा चुकी है। सुबह 6 बजे मतगणना दलों को रिपोर्टिंग देनी है। सुबह सात बजे मतगणना एजेंट पहुंचेंगे। ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम से मतगणना कक्षों तक लाने का काम भी इसी समय पूरा किया जायेगा। सुबह 8 बजे डाक मतपत्रों की गिनती शुरू होगी और साथ ही साथ ईवीएम मशीनों की गिनती भी शुरू होगी। बिलासपुर लोकसभा सीट के लोरमी व मुंगेली विधानसभा क्षेत्रों के वोट मुंगेली में गिने जायेंगे जबकि शेष 6 तखतपुर, बिल्हा, कोटा, बिलासपुर, मस्तूरी और बेलतरा के वोटों की गिनती बिलासपुर में होगी। बिलासपुर में कोरबा संसदीय सीट के मरवाही विधानसभा क्षेत्र के मतों की गिनती भी कराई जायेगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर डॉ. संजय अलंग के मुताबिक अंतिम परिणाम की घोषणा होने में देर रात हो सकती है। यह अगले दिन सुबह तक भी पहुंच सकती है। दरअसल इस बार हर विधानसभा सीट से रेंडम पांच बूथों में ईवीएम में मिले वोटों का वीवीपैट पर्चियों में मिले वोटों के साथ मिलान किया जायेगा। यह प्रक्रिया ईवीएम मतों की गिनती हो जाने के बाद अंत में होगी। वोटों की गिनती के अलावा ईवीएम और वीवीपैट में पड़े वोटों का मिलान भी किया जाना है। इस पूरी प्रक्रिया में अतिरिक्त पांच घंटे का समय लग सकता है। इसीलिये अंतिम परिणाम मिलने में देर होने का अनुमान लगाया गया है।