बिलासपुर। आगरा घराने के प्रख्यात शास्त्रीय संगीत गायक उस्ताद वसीम अहमद खान की खयाल गायकी ने सीएमपीडीआई आडिटोरियम में उपस्थित संगीत प्रेमियों को मंत्र-मुग्ध कर दिया।
कोलकाता के संगीत अकादमी के प्राध्यापक उस्ताद वसीम अहमद की खयाल गायकी का आयोजन ‘बावरा मन’ की ओर से किया गया था। उस्ताद वसीम आगरा घराने से ताल्लुक रखते हैं और वे इस घराने की 17वीं पीढ़ी के कलाकार हैं।
श्रोताओं से भरे आडिटोरियम में करीब डेढ़ घंटे तक उस्ताद ने खायल गायकी प्रस्तुत की। इसकी शुरूआत उन्होंने विलम्बित तान से की। उन्होंने ताल बंदिशों और विभिन्न रागों से भक्ति गीत गाये।
कार्यक्रम में शहर के अनेक संगीत प्रेमी सपरिवार उपस्थित थे।
बावरा मन के संयोजक वी. रामाराव और राजेश दुआ ने बताया कि इसी तरह के स्तरीय अन्य कार्यक्रम भी संस्था की ओर से आयोजित किये जाते रहेंगे।