सबकी निगाह- किसके पास होगी महापौर की सीट, भाजपा में कई दावेदार तो कांग्रेस में उनसे दुगुने
बिलासपुर। नगर निगम चुनाव के दौरान कई जगहों पर कांग्रेस प्रत्याशी और उनके समर्थकों के बीच झड़पें हुई। वार्ड 41 के कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ मारपीट की लिखित शिकायत भी दर्ज कराई गई है। पुलिस ने ज्यादातर जगहों पर हंगामा करने वालों को खदेड़कर दूर भगाया।
मतदान केन्द्रों में आज सुबह आठ बजने के पहले से मतदाताओं की कतार लगने लगी थी, लेकिन रफ्तार 10 बजे के बाद ही पकड़ी। दोपहर दो बजे के बाद कामकाज से फुर्सत पाने के बाद महिलाएं भी बड़ी संख्या में वोट डालने के लिए निकलीं। कई मतदान केन्द्रों में तय समय पांच बजे के बाद भी कतार लगी है, जिन्हें वोट देने का मौका मिल रहा है। वोट डाले जाने के बाद इस बात पर अटकल लगने लगी है कि कांग्रेस-भाजपा में किसका पलड़ा भारी रहेगा और क्या निर्दलीय इतनी संख्या में चुनकर आयेंगे कि वे महापौर पद पर निर्वाचन के लिए निर्णायक भूमिका निभा सकें।
केशरवानी-कुमावत दोनों के अपने दावे
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी ने 52 नंबर वार्ड से चुनाव लड़ा है। उन्हें महापौर पद का एक दावेदार माना जा रहा है। www.blive.news ने केशरवानी से पूछा कि 70 वार्डों में से कितने कांग्रेस के पास आयेंगे। उन्होंने कहा कि बिलासपुर नगर निगम में कितनी सीटें आयेंगी यह निश्चित अनुमान वे नहीं लगाना चाहते किन्तु बहुमत हमारा रहेगा, महापौर कांग्रेस का बनेगा। हमें किसी निर्दलीय की जरूरत नहीं पड़ेगी।
जिला भाजपा अध्यक्ष रामदेव कुमावत ने www.blive.news से दावा किया कि 40 से 45 सीटों पर भाजपा की जीत होगी। हमारी पार्टी को जनता का जबरदस्त समर्थन मिला है। बिलासपुर में नगर सरकार भाजपा की बनेगी। कई प्रत्याशी चार-पांच बार चुनाव जीतते आ रहे हैं। महापौर के लिए भाजपा के पास अनेक उम्मीदवार हैं। हम अपने बूते बहुमत हासिल करेंगे, किसी निर्दलीय की जरूरत नहीं पड़ेगी।
बिलासपुर नगर निगम में परिसीमन के बाद पहली बार चुनाव हुआ। बिलासपुर विधानसभा के अलावा मस्तूरी, बेलतरा, बिल्हा और तखतपुर के 18 गांव भी इस बार बिलासपुर के गांवों में शामिल हो गये हैं। अनुमान है कि कांग्रेस-भाजपा से ज्यादातर ऐसे प्रत्याशी जो महापौर के दावेदार हैं, मजबूत स्थिति में हैं। कांग्रेस से जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी, शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर, पूर्व महापौर प्रत्याशी रामशरण यादव, पूर्व उप महापौर शेख गफ्फार, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नगर निगम बसंत शर्मा, रविन्द्र सिंह ठाकुर, शैलेन्द्र जायसवाल आदि ऐसे प्रत्याशियों के रूप में देखे जा रहे हैं। वहीं भाजपा से राजेश मिश्रा, राजेश सिंह ठाकुर, रमेश जायसवाल, उमेशचंद्र कुमार, अशोक विधानी आदि इस दौड़ में हैं। राजेश मिश्रा को पूर्व पार्षद शहजादी कुरैशी और तैय्यब हुसैन के बीच कड़ा मुकाबला करना पड़ा है। रेलवे इलाके में व्ही.रामाराव ने भाजपा की हालत को किनारे रहकर इस बार देखा है।
जगह-जगह झड़पें, वाद-विवाद
सुबह-सुबह सबसे पहले गौरेला से खबर आई कि वहां कांग्रेस, भाजपा और जोगी समर्थक वार्ड क्रमांक 9, 10, 11 में आपस में विवाद कर रहे हैं। हालांकि वहां मौजूद पुलिस बल ने उनको छुड़ाकर अलग कर लिया। इस घटना की कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई।
गौरेला एएसपी प्रतिभा तिवारी ने बताया कि उनके क्षेत्र में कहीं से भी अप्रिय वारदात की सूचना नहीं है।
सरकंडा में भाजपा से बगावत कर चुनाव मैदान में उतरने वाले रत्तू मिश्रा का भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी विजय ताम्रकार और उनके समर्थकों के बीच झड़प होने की ख़बर मिली है। इसमें मिश्रा के एक समर्थक को चोट भी आई है।
मल्टी पर्पस स्कूल परिसर में क्रमांक 42 बसंत पटेल नगर में कांग्रेस प्रत्याशी लल्लू कश्यप और भाजपा प्रत्याशी बंधु मौर्य के बीच मुकाबला है। यहां पर मतदाताओं को बिना पहचान पत्र के वोट डलवाने के मुद्दे पर तथा मतदाताओं को प्रलोभन देने की बात पर दोपहर करीब 12.30 बजे जमकर हंगामा हुआ। मतदान केन्द्र परिसर में दोनों पक्ष एक दूसरे से मारने पर उतारू हो गये। वहां मौजूद पुलिस बल भीड़ के मुकाबले कम संख्या में था तो कोतवाली से अतिरिक्त बल बुलाया गया। टीआई परिवेश तिवारी खुद पहुंचे और उन्होंने भीड़ को परिसर से बाहर जाने के लिए कहा। ऐसी स्थिति कई मतदान केन्द्रों में बनी जब प्रत्याशियों के समर्थक बूथ के बाहर भीड़ इकट्ठी करके खड़े हो रहे थे और मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस बल इन्हें दूर हटाने के लिए कोशिश में लगी रही।
कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ मारपीट की लिखित शिकायत
वार्ड क्रमांक 41 विवेकानंद नगर की मंडी बूथ का भी एक वीडियो सामने आया है जिसे बताया गया है कि कांग्रेस प्रत्याशी तजमुल हक के समर्थकों का है। तोरवा थाने में की गई लिखित शिकायत के मुताबिक कांग्रेस प्रत्याशी उनके भाई भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट कर रहे हैं। तोरवा थाना प्रभारी स्वर्णकार का कहना है कि विवाद हुआ था। अभी एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। भाजपा प्रत्याशी मोती गंगवानी ने बताया कि तोरवा थाने में मामले की लिखित शिकायत पीड़ित एहतेशाम खान (टीपू खान) की ओर से दर्ज कराई गई है। पुलिस ने अभी एफआईआर दर्ज नहीं की है। टीपू खान पर यह आरोप लगाया गया कि वे वार्ड के मतदाता नहीं हैं इसके बावजूद मतदान केन्द्रों में घूम रहे हैं, जबकि प्रत्याशी गंगवानी का कहना है कि वे मेरे साथ हमेशा रहता है। ऐसी कोई मनाही नहीं कि दूसरे वार्ड का आदमी कहीं आ-जा नहीं सकता।
भाजपा के बागी और अधिकृत उम्मीदवार भिड़े
सरकंडा में भाजपा प्रत्याशी विजय ताम्रकार और भाजपा के बागी उम्मीदवार रत्तू मिश्रा के बीच सुबह-सुबह मारपीट हो गई। सरकंडा पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों में से किसी ने भी रिपोर्ट नहीं लिखाई है। हालांकि रत्तू मिश्रा के एक समर्थक को चोट आने की ख़बर भी मिली है। भाजपा प्रत्याशी विजय ताम्रकार का कहना है कि हर कोई शहर में जानता है कि किसके खिलाफ़ सरकंडा थाने में दर्जन भर मामले दर्ज हैं और जिला बदर की कार्रवाई लम्बित है। जानबूझकर माहौल खराब करने की कोशिश की गई थी, हम एक ही मोहल्ले के लोग हैं, इसलिये तय किया कि पुलिस में रिपोर्ट नहीं लिखायेंगे। यह हार की बौखलाहट है।
शाम पांच बजे के बाद भी शहर के अनेक वार्डों में मतदान की प्रक्रिया जारी है क्योंकि किसी भी मतदाता को वोट देने के अधिकार से वंचित नहीं किया जाना है। जिन मतदाताओं ने शाम पांच बजे से पहले बूथ में पहुंचकर कतार लगा ली है उन्हें वोट देने के लिए पर्ची जारी की गई है।