रायपुर। छत्तीसगढ़ के किसानों, छोटे व्यापारियों और उद्यमियों के लिए खुशखबरी! अब उनकी फसलें और खाद्य उत्पाद आसानी से विदेशी बाजारों में बिक सकेंगे। भारत सरकार ने रायपुर में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) का क्षेत्रीय कार्यालय खोलने की मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उद्योग विभाग की मेहनत से यह कामयाबी मिली है। इस नए ऑफिस से छत्तीसगढ़ के चावल, मिलेट्स और अन्य उत्पादों को दुनिया में पहचान मिलेगी, और किसानों की कमाई भी बढ़ेगी।
APEDA है क्या?
APEDA यानी Agricultural and Processed Food Products Export Development Authority एक सरकारी संस्था है, जो 1985 में बनी थी। इसका काम है भारत के किसानों और खाद्य उत्पाद बनाने वालों की मदद करना, ताकि उनके फल, सब्जियाँ, चावल, दालें, मसाले, शहद, मिठाइयाँ और ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स विदेशों में बिक सकें। यह संस्था किसानों को ट्रेनिंग देती है, उनके प्रोडक्ट्स की क्वालिटी जांचती है, पैकेजिंग सिखाती है और विदेशी बाजारों में बिक्री के लिए सर्टिफिकेट देती है।
रायपुर में APEDA ऑफिस से क्या फायदा?
रायपुर में APEDA का क्षेत्रीय कार्यालय खुलने से छत्तीसगढ़ के लोगों को कई तरह की सुविधाएँ मिलेंगी:
- सारी सुविधाएँ एक जगह: अब फल-सब्जियों की क्वालिटी टेस्टिंग, फाइटो-सैनिटरी सर्टिफिकेट (जो विदेश में निर्यात के लिए जरूरी है) और पैकेजिंग की सुविधा रायपुर में ही मिलेगी। पहले इसके लिए दिल्ली, मुंबई या कोलकाता जाना पड़ता था। इससे किसानों का समय और पैसा बचेगा।
- ज्यादा कमाई: APEDA की मदद से किसानों को उनकी फसलों का बेहतर दाम मिलेगा। छत्तीसगढ़ के कोदो-कुटकी, बस्तर का चावल, और GI टैग वाले उत्पाद अब विदेशों में बिकेंगे, जिससे किसानों की आय बढ़ेगी।
- वैश्विक पहचान: यह ऑफिस छत्तीसगढ़ के उत्पादों को विदेशी बाजारों में ब्रांड बनाएगा। अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेलों में हिस्सा लेने और बायर-सेलर मीट में शामिल होने का मौका मिलेगा।
- ट्रेनिंग और पैसा: APEDA किसानों को नई खेती की तकनीक, ऑर्गेनिक फार्मिंग और पैकेजिंग की ट्रेनिंग देगा। साथ ही, कोल्ड स्टोरेज और फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स बनाने के लिए सब्सिडी भी मिलेगी।
- रोजगार के मौके: इस ऑफिस से फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स, कोल्ड स्टोरेज और पैक हाउस जैसी सुविधाएँ बढ़ेंगी, जिससे गाँवों और शहरों में नौकरियाँ बढ़ेंगी।
छत्तीसगढ़ के लिए क्यों खास?
छत्तीसगढ़ में कोदो-कुटकी, बस्तर का चावल, ऑर्गेनिक शहद और फल-सब्जियों की खेती को बढ़ावा देने में APEDA की बड़ी भूमिका होगी। पहले से ही APEDA ने यहाँ के आदिवासी किसानों को मिलेट्स और ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स के निर्यात में मदद की है। अब रायपुर में ऑफिस खुलने से ये सुविधाएँ और आसान हो जाएँगी। साथ ही, फूड प्रोसेसिंग और कोल्ड स्टोरेज जैसी सुविधाएँ बढ़ने से स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा- गर्व की बात
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, “रायपुर में APEDA ऑफिस खुलना छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है। हमारे किसान और छोटे व्यापारी अब दुनिया के बाजारों में अपनी जगह बनाएँगे। यह कदम छत्तीसगढ़ को ‘लोकल से ग्लोबल’ बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।” उन्होंने यह भी कहा कि यह ऑफिस राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा और किसानों को आत्मनिर्भर बनाएगा।