बिलासपुर। सुंदर महिलाओं की फर्जी फोटो दिखाकर शादी के नाम पर लोगों को ठगने वाले एक गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है।

जरहाभाटा के मिर्जा असीम बेग (70 साल)  ने पिछले दिनों अखबार में विज्ञापन देखकर रिवाज मैरिज ब्यूरो से संपर्क किया। उन्हें अपनी पत्नी की मौत के बाद एक जीवनसंगिनी की आवश्यकता थी। दिये गये नंबर पर मैरिज ब्यूरो से बात हुई तो उनसे रजिस्ट्रेशन के नाम पर ऑनलाइन 8500 रुपए लिए गए। उससे फोन पर एक महिला से बात कराई गई, जिसने खुद को अंजू यादव होना बताया और लिव इन रिलेशन में रहने की इच्छा जताई। बाद में बीमारी का बहाना करके उसने कई किश्तों में असीम बेग से एक लाख 20 हजार 500 रुपए अपने खाते में जमा करा लिए। ठगे जाने का एहसास होने के बाद असीम देखने सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य एकत्र करके रिवाज मैरिज ब्यूरो के संचालक मनीष उर्फ मालिक राम को हिरासत में ले लिया। पता चला कि कई लोग मिलकर रिवाज मैरिज ब्यूरो और इंडियन कल्चर नाम से फर्जी मेट्रोमोनियल साइट चलाते हैं। फर्जी सिम और बैंक खाते का उपयोग कर ये लोग विवाह के इच्छुक बुजुर्ग या रिटायर अधिकारी-कर्मचारियों को ठग लेते हैं। ठगी के लिए यह गिरोह सुंदर महिलाओं की फोटो अपनी साइट पर अपलोड करता है। उनके नाम से फोन पर बातचीत इनके गिरोह की महिला सदस्य करती हैं। फिर बाद में निजी समस्या या दुर्घटना बता कर पैसे वसूल करती रहती हैं।

पूछताछ करने पर मनीष ने अपने साथी अजय साहू, संगीता यादव, पूजा कोरी व रोशनी मानिकपुरी का नाम बताया जो उनके साथ इस काम में शामिल थे। सभी लोग बिलासपुर, सीपत, मुंगेली के ही विभिन्न मोहल्लों में रहते हैं। मिर्जा असीम बेग से पूजा यादव ने अंजू बताकर बातों में फंसाया था और कहा था कि उसके मामा बीमार हो गए हैं इसलिए वह जबलपुर आ गई है। बाद में उसने अलग-अलग परेशानी बता कर किस्तों में रुपये ठगे।

एएसपी उमेश कश्यप ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से मोबाइल फोन,  सिम कार्ड, सीपीयू, लैपटॉप, रजिस्टर और 55,000 रुपये नगद जब्त किए गए हैं। आरोपियों को रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। रजिस्टर में दर्ज नामों से ठगी के शिकार अन्य लोगों का पता लगाया जा रहा है।

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