बिलासपुर। जिला प्रशासन की पहल पर 21 जून को जिलेभर में “मोर गांव मोर पानी” अभियान के तहत हजारों लोगों ने श्रमदान कर जल संरक्षण की मिसाल पेश की। सिर्फ एक दिन में 23,468 सोकपिट बनाए गए। यह सब हुआ जिला कलेक्टर संजय अग्रवाल की अपील पर, जिन्होंने योग दिवस के मौके पर आम लोगों से अपील की थी कि वे अपने घर और बाड़ी में सोकपिट (सोकता गड्ढा) बनाकर भूजल संरक्षण में योगदान दें।
कैसे शुरू हुआ अभियान
सुबह योग कार्यक्रम के बाद कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसएसपी रजनेश सिंह और जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल ने खुद श्रमदान कर और पौधरोपण करके अभियान की शुरुआत की। इसके बाद जिलेभर में मानो एक जलसंघर्ष की लहर दौड़ गई।
हर वर्ग ने निभाई भूमिका
- आवास योजनाओं के हितग्राही,
- मनरेगा जॉब कार्ड धारक,
- लखपति दीदियां,
- और आम ग्रामीणों ने अपने-अपने घरों में सोकपिट बनाकर इस मुहिम में भागीदारी निभाई।
कलेक्टर ने 15,000 सोकपिट बनाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन जनता ने उम्मीद से कहीं बढ़कर काम कर दिखाया।
किस क्षेत्र में कितने सोकपिट
- मस्तूरी जनपद: 6,687
- बिल्हा जनपद: 5,895
- तखतपुर जनपद: 5,272
- कोटा जनपद: 5,614
प्रशासन ने जताया आभार
जिले की इस ऐतिहासिक भागीदारी पर कलेक्टर, एसएसपी और जिला पंचायत सीईओ ने सभी विभागों और नागरिकों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह अभियान सिर्फ एक दिन की मुहिम नहीं, बल्कि जल संरक्षण को जनआंदोलन बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।