बिलासपुर। छत्तीसगढ़ का प्रसिद्ध राउत नाच महोत्सव आयोजित करने के लिये जिला प्रशासन और आयोजन समिति के बीच सहमति बन गई है। कोरोना महामारी के चलते इस बार इसके आयोजन पर संकट खड़ा हो गया था पर समिति द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन करने का आश्वासन देने पर जिला प्रशासन ने इसे हरी झंडी दे दी है।
राउत नाच महोत्सव छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोक आयोजनों में से एक है। यह सन् 1978 से प्रतिवर्ष एकादशी के बाद आने वाले शनिवार को आयोजित होता है जिसमें प्रदेशभर से राउत नाच टोलियां आती हैं। टीमों को बड़ी राशि व शील्ड पुरस्कार में दिये जाते हैं साथ ही यादव समाज के प्रतिभावान बच्चे पुरस्कृत किये जाते हैं। इस उत्सव को पूर्व मंत्री स्व. बीआर यादव ने समाज के लोगों को अपराध तथा व्यसन से मुक्त रखने तथा सामाजिक एकता को बढ़ावा देने के लिये शुरू किया था। विगत 42 वर्षों से इसके प्रमुख कर्ता धर्ता डॉ. काली चरण यादव हैं।
महापौर रामशरण यादव सहित यादव समाज के प्रमुख लोगों ने कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर को आश्वस्त किया कि आयोजन के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जायेगा। इसके बाद पुलिस और प्रशासन की ओर से इसकी सहमति दे दी गई है।