बिलासपुर। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने बिलासपुर एयरपोर्ट पर स्थापित रनवे लाइटों के निरीक्षण और चालू करने के लिए डीजीसीए (डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन) से तुरंत कार्रवाई की मांग की है। यह निरीक्षण काफी समय से लंबित है, और इसे पूरा कर रनवे लाइट को चालू कर देने से ठंड के मौसम में सुबह और शाम के वक्त विमान उतरने में सुविधा होगी। रनवे लाइट चालू हो जाने से पायलट को ऊपर से ही रनवे स्पष्ट दिखाई देगा, जिससे लैंडिंग की प्रक्रिया सुगम हो जाएगी।
स्पेशल वीएफआर अनुमति का अधिकतम उपयोग
समिति ने स्पष्ट किया कि रनवे लाइट चालू होने का मतलब नाइट लैंडिंग नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य बिलासपुर एयरपोर्ट को मिली स्पेशल वीएफआर (विजुअल फ्लाइट रूल्स) अनुमति का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित करना है। स्पेशल वीएफआर के तहत, पायलट को 1500 मीटर दृश्यता होने पर भी विमान उतारने की अनुमति है। परंतु सर्दियों में सुबह और शाम के वक्त धुंध के कारण पायलट को ऊंचाई से रनवे देखने में कठिनाई होती है। कई बार विमान रनवे के करीब आने के बाद पुनः उड़कर दूसरे प्रयास में लैंड करता है।
रनवे लाइट चालू हो जाने से पायलटों को लैंडिंग में मदद मिलेगी, क्योंकि इन लाइटों की रोशनी से रनवे ऊंचाई से ही स्पष्ट दिखने लगेगा। समिति ने बताया कि रनवे लाइटें मानकों के अनुसार स्थापित कर दी गई हैं, लेकिन डीजीसीए से अनुमति न मिलने के कारण उन्हें आधिकारिक रूप से चालू नहीं किया जा सकता। इसलिए यह निरीक्षण अत्यंत आवश्यक है, जो काफी समय से लंबित है।
आंदोलन के 5 वर्ष पूरे होने पर विशेष कार्यक्रम की योजना
समिति का महा धरना आज भी जारी रहा, और इस दौरान 26 अक्टूबर को आंदोलन के 5 साल पूरे होने के अवसर पर विशेष कार्यक्रम की योजना पर चर्चा की गई। समिति ने इसके लिए नागरिकों और सहयोगी संगठनों से सुझाव भी मांगे हैं ताकि कार्यक्रम को और अधिक प्रभावशाली बनाया जा सके।
आज के धरने में मनोज श्रीवास, रवि बनर्जी, अनिल गुलहरे, बद्री यादव, राघवेंद्र सिंह ठाकुर, गोपी राव, प्रकाश बहरानी, अशोक भंडारी, महेश दुबे, संतोष पीपलवा, शेख अल्फाज, नरेश यादव, नवीन वर्मा, चित्रकांत श्रीवास, चंद्र प्रकाश जायसवाल, विजय वर्मा, आशुतोष शर्मा, मनोज तिवारी, राकेश केसरी, मोहसिन अली, अकील अली और सुदीप श्रीवास्तव प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।