बिलासपुर। सुशासन तिहार के अंतर्गत सोमवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का हेलिकॉप्टर कोटा ब्लॉक के दूरस्थ आदिवासी ग्राम आमागोहन में उतरा। मुख्यमंत्री को अपने बीच देखकर ग्रामीणों में भारी उत्साह देखने को मिला। चिलचिलाती धूप के बावजूद ग्रामीण मुख्यमंत्री की एक झलक पाने और उनकी बात सुनने घंटों तक डटे रहे।

मुख्यमंत्री साय ने गांव में आयोजित समाधान शिविर में ग्रामीणों से सीधे संवाद किया और समाधान पेटी में डाले गए आवेदनों की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सुशासन तिहार के माध्यम से सरकार खुद आपके गांव तक पहुंच रही है। बीते डेढ़ वर्षों में हमने जनहित में कार्य किए हैं और वही सरकार जनता के बीच आने का साहस करती है, जिसने काम किया हो। उन्होंने कहा कि यह तिहार एक तरह से सरकार का रिपोर्ट कार्ड है, जिसमें योजनाओं की जमीनी हकीकत का मूल्यांकन भी किया जा रहा है।


किए गए वादों को निभाया, योजनाएं जमीन पर दिख रही हैं: साय

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे सत्ता में आने के बाद बहुत कम समय में हमने मोदी की गारंटी के तहत किए गए वादों को पूरा किया। 18 लाख प्रधानमंत्री आवासों की स्वीकृति दी गई, वहीं दुर्ग और अंबिकापुर में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह के माध्यम से 3-3 लाख पीएम आवास दिए गए। उन्होंने यह भी कहा कि जिनके नाम आवास प्लस में शामिल हैं, उन्हें भी आवास मिलेंगे।

किसानों को लेकर उन्होंने कहा कि हमने धान की कीमत ₹3100 प्रति क्विंटल तय की, साथ ही 21 क्विंटल प्रति एकड़ की खरीदी का निर्णय लिया। दो साल से लंबित बोनस भी दिया गया। महिलाओं को महतारी वंदन योजना के तहत सीधे खातों में पैसा भेजा गया, जिससे 70 लाख से अधिक महिलाओं को लाभ हुआ।


बेलगहना में अगले सत्र से खुलेगा कॉलेज 

मुख्यमंत्री ने आमागोहन सहित आसपास के गांवों में लो वोल्टेज की समस्या को देखते हुए 33 केवी सब स्टेशन और सामुदायिक भवन निर्माण की घोषणा की। साथ ही बेलगहना में कॉलेज खोलने का ऐलान कर उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही।

उन्होंने बताया कि 24 अप्रैल से राज्य में अटल डिजिटल सेवा केंद्र शुरू किए गए हैं, जिससे गांवों में ही बैंक जैसी सुविधाएं मिलेंगी। अभी तक 1460 ग्राम पंचायतों में ये केंद्र खुल चुके हैं। यहां जाति, निवास जैसे प्रमाण पत्र भी मिल सकेंगे।


भ्रष्टाचार पर सख्ती, नामांतरण की प्रक्रिया में सुधार

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। जमीन रजिस्ट्री के साथ नामांतरण प्रक्रिया को जोड़ा गया है, जिससे अब एक घंटे से भी कम समय में नामांतरण हो सकेगा। कोई अधिकारी अब ग्रामीणों को इसके लिए परेशान नहीं कर सकेगा।


हितग्राहियों ने सुनाई योजनाओं से बदली ज़िंदगी की कहानी

समाधान शिविर में पीएम आवास, महतारी वंदन योजना और पीएम सम्मान निधि से लाभान्वित हितग्राहियों ने अपनी कहानियां साझा कीं।

  • छोटे लाल ने बताया कि पहले वे मिट्टी के खपरैल वाले घर में रहते थे, जिससे बरसात में दिक्कत होती थी, अब पक्का मकान मिलने से राहत है।
  • विमला बाई पुरी ने बताया कि महतारी वंदन योजना के तहत मिलने वाली ₹1000 की राशि को उन्होंने अपनी नतिनी के नाम सुकन्या समृद्धि योजना में जमा किया है।
  • दिलेशरी खुसरो ने बताया कि अब उनका आयुष्मान कार्ड बन चुका है, जिससे उन्हें ₹5 लाख तक के इलाज की सुविधा मिलेगी।

मेधावी छात्रों का सम्मान, हितग्राहियों को सौंपीं चाबियां

मुख्यमंत्री ने समाधान शिविर में 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया। दसवीं की महिमा पटेल और स्नेहा सेन, बारहवीं की वर्षा पांडेय को प्रशंसा पत्र और शुभकामनाएं दीं।

इसके साथ ही छतौनी लाल, नरबदिया बाई और समरीत बाई को पीएम आवास की चाबियां सौंपी गईं। विभिन्न विभागों की योजनाओं के तहत महिला समूहों, कृषि, स्वास्थ्य, सहकारिता, और राजस्व विभाग के हितग्राहियों को सामग्री और राशि भी वितरित की गई।

छात्र दीपिका और देवी सिंह खुसरो ने अपने हाथों से बनाए गए मुख्यमंत्री के पोर्ट्रेट भेंट किए।


2265 में से 2212 आवेदनों का हुआ समाधान

आमागोहन क्लस्टर के इस समाधान शिविर में कुल 2265 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 2212 का मौके पर ही निराकरण कर दिया गया। इस क्लस्टर में 11 गांव— आमागोहन, सोनपुरी, तुलुप, नगोई, नवगांव सोनसाय, मोहली, खोंगसरा, डांडबछाली, टांटीधार, बिटकुली आदि शामिल हैं। कुल 2238 मांगें और 27 शिकायतें प्राप्त हुईं।


तोखन साहू बोले— मुख्यमंत्री गांव-गांव जाकर ले रहे योजनाओं की जानकारी

समाधान शिविर में पहुंचे बिलासपुर सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि सुशासन तिहार के जरिए प्रदेश के कोने-कोने में शिविर लगाए गए हैं। मुख्यमंत्री हर छोटे-बड़े गांव में जाकर जनता की समस्याएं सुन रहे हैं। उन्होंने बेलगहना कॉलेज, विद्युत सब स्टेशन जैसी मांगें भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखीं।

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