नगर निगम से कलेक्ट्रेट तक पहुंचा विरोध, संयुक्त कलेक्टर को सौंपा गया ज्ञापन
बिलासपुर। बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र में लगातार बिगड़ती पानी, बिजली और साफ-सफाई की व्यवस्था के खिलाफ ज़िला कांग्रेस कमेटी (शहर व ग्रामीण) ने 14 मई को जोरदार आंदोलन किया। कांग्रेसजनों ने इस मुद्दे को जनहित से जुड़ा बताते हुए निगम का घेराव किया। आंदोलन में शहर के 70 वार्डों सहित परसदा, तिफरा, सकरी, सिरगिट्टी, देवरी खुर्द, दोमुहानी, मोपका, राजकिशोर नगर, लिंगियाडीह, चिंगराजपारा जैसे क्षेत्रों से बड़ी संख्या में पीड़ित लोग शामिल हुए।
मटकी और तख्ती के साथ निकला आंदोलन
सुबह 11 बजे कांग्रेस भवन से निकला यह विरोध मार्च नगर निगम कार्यालय की ओर बढ़ा। महिलाएं मटकी लेकर निकलीं, जिन पर लिखा था— “मैं प्यासी हूं, मेरी प्यास कब बुझेगी?” कांग्रेस कार्यकर्ता हाथों में झंडा और तख्तियां लिए थे, जिन पर जल संकट, बिजली कटौती और सफाई व्यवस्था को लेकर नारे दर्ज थे।
कांग्रेस नेताओं ने प्रतीक रूप में हैंडपंप, मटकी और सीलिंग फैन भी साथ रखे। पुलिस प्रशासन ने ऐहतियातन नगर निगम का मुख्य द्वार बंद कर दिया था और कांग्रेस भवन के आसपास भारी पुलिस बल तैनात रहा।
दो घंटे तक चला धरना, जनता की भारी भागीदारी
करीब दो घंटे तक कांग्रेसजन निगम परिसर में धरना देकर बैठे रहे। भीषण गर्मी के बावजूद बड़ी संख्या में महिलाएं और नागरिक मौजूद रहे, जिससे समस्याओं की गंभीरता उजागर हुई।
ज्ञापन सौंपा, संयुक्त कलेक्टर ने दिया आश्वासन
प्रदर्शन के बाद कांग्रेसजन कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां ज़िला कलेक्टर की अनुपस्थिति में संयुक्त कलेक्टर अरुण खलखो ने ज्ञापन लिया और शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया।
सरकार पर जमकर बरसे कांग्रेस नेता
ज़िला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि भाजपा सरकार “सुशासन” का ढोल पीट रही है, लेकिन जनता बुनियादी जरूरतों के लिए सड़कों पर उतरने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि अरपा प्रोजेक्ट को रोक कर सरकार ने जनता के साथ अन्याय किया है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडेय ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार आने के बाद से नगर निगम की प्राथमिकताएं बदल गई हैं। सड़क, नाली, पानी-बिजली की जगह अब नेताओं की गाड़ियों को ट्रैफिक से बचाना और छोटे व्यापारियों को हटाना निगम का काम बन गया है।
विधायक दिलीप लहरिया ने कहा कि शहर में जब पानी-बिजली को लेकर यह हाल है, तो ग्रामीण इलाकों की स्थिति और भयावह होगी। उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार की ‘नरूवा-घुरूवा-गरुवा-बाड़ी’ योजना ग्रामीण क्षेत्रों के लिए वरदान थी, लेकिन भाजपा सरकार ने इसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया।
आगे चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी
विजय पांडेय ने चेताया कि यह आंदोलन केवल पहला चरण है। यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो ब्लॉक स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। कांग्रेस ने सभी विभागों को चेताया है कि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें, अन्यथा मजबूरन जन आक्रोश का सामना करना पड़ेगा।
बड़ी संख्या में कांग्रेसजन रहे उपस्थित
इस आंदोलन में प्रमुख रूप से विजय केशरवानी, विजय पांडेय, दिलीप लहरिया, रश्मि सिंह, सियाराम कौशिक, रामशरण यादव, शेख नजीरुद्दीन, प्रमोद नायक, रविंद्र सिंह, राजेन्द्र साहू, राजेश पांडेय, देवेंद्र सिंह, पंकज सिंह समेत सैकड़ों कांग्रेसजन शामिल रहे।