बिलासपुर। सुकमा जिला मुख्यालय में कांग्रेस कार्यालय ‘राजीव भवन’ को ईडी द्वारा अटैच किए जाने के विरोध में शुक्रवार को कांग्रेस ने नेहरू चौक में भाजपा सरकार और ईडी का पुतला फूंका। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर शहर और ग्रामीण कांग्रेस कमेटियों ने यह प्रदर्शन किया, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।

दोपहर 3 बजे कांग्रेस भवन से कांग्रेसजन नारे लगाते हुए नेहरू चौक पहुंचे। पुलिस पहले से सिविल लाइन थाने की टीम के साथ मौके पर तैनात थी। पुलिसकर्मी बोतलों में पानी भरकर पुतला जलाने की तैयारी रोकने की कोशिश में जुटे थे, लेकिन इससे पहले ही कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष जावेद मेमन ने पुतले को आग के हवाले कर दिया। पुलिस पानी लेकर दौड़ती रही और कार्यकर्ता पुतला लेकर वहां से भागते रहे।

पुतला दहन के बाद कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार, छत्तीसगढ़ सरकार और ईडी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। “ईडी-ईडी का शोर है, भाजपा का मोर है”, “भाजपा के इशारे पर ईडी नाच रही है” जैसे नारे लगते रहे। इसके बाद अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि भी दी गई।

शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि 2014 के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी संस्थाओं का इस्तेमाल विपक्ष को डराने और कुचलने के लिए किया है। उन्होंने कहा कि देशभर में हजारों छापे पड़े हैं, लेकिन इनमें से एक फीसदी मामलों में भी अपराध साबित नहीं हो पाया है। इससे साफ है कि ये एजेंसियां राजनीतिक मकसद से इस्तेमाल हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश की संपत्तियां बेचीं, उद्योगपतियों से चंदा लिया और अब भगोड़े भी स्वीकार कर रहे हैं कि देश छोड़ने से पहले उन्होंने सूचना दी थी। विजय पांडेय ने पूछा कि भाजपा बताए कि कितना सौदा हुआ और ईडी उसकी जांच कब करेगी?

ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने भाजपा से सवाल किया कि उसकी संपत्ति जो अब 10 हजार करोड़ से ज्यादा की हो गई है, वह कहां से आई? उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक पार्टी के दफ्तर को सील करना लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। जिन नेताओं को भाजपा भ्रष्ट बताकर बदनाम करती थी, आज वही नेता जैसे हेमंत शर्मा, अजित पवार, नारायण राणे, छगन भुजबल भाजपा में शामिल हैं और ईडी उनकी फाइलें बंद कर रही है।

केशरवानी ने कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र के सिद्धांतों को रसातल में पहुंचा दिया है। भाजपा शासित राज्यों में गरीबों के घरों पर बुलडोजर चल रहे हैं, बच्चियों से दुष्कर्म हो रहे हैं, और ‘तोमर बंधु’ जैसे भाजपा से जुड़े लोग मनी लॉन्ड्रिंग और जबरन जमीन कब्जाने जैसे मामलों में करोड़ों की लूट कर रहे हैं, लेकिन पुलिस उन्हें ढूंढ नहीं पा रही। क्या यही विष्णु देव साय का ‘सुशासन’ है?

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा के विकास सिर्फ विज्ञापन में दिखाई देते हैं, जबकि जमीन पर हालात बिल्कुल उलट हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सीजफायर पर भी सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि अगर भारत ने सीजफायर किया तो ऐलान ट्रंप ने क्यों किया? और आखिर किन शर्तों पर किया गया?

प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रमुख रूप से शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, पूर्व सभापति शेख नजीरुद्दीन, नेता प्रतिपक्ष भरत कश्यप, जितेंद्र पांडेय, राकेश शर्मा, ऋषि पांडेय, जगदीश कौशिक, जावेद मेमन, अरविंद शुक्ला, विनोद साहू, मोती ठारवानी, सतकली बावरे, शहजादी कुरैशी, गोदावरी, रमाशंकर बघेल, संदीप यादव, अनिल यादव, अनिल पांडेय, राजेश ताम्रकार, मनोज सिंह, देवेंद्र मिश्रा, मनोज शर्मा, श्याम कश्यप, बबलू मगर, सुभाष ठाकुर, गौरव एरी, ओम कश्यप, शिशिर कश्यप, प्रेम प्रकाश कुर्रे, आसिफ खान, सुरेंद्र तिवारी, हितेश देवांगन, शेर सिंह कश्यप, पिंटू वर्मा, पिंकू पांडेय, कमल कश्यप, भरत यादव, भूषण यादव, मोह. अयाज़, मयंक सिंह गौतम, दिनेश सूर्यवंशी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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