बिलासपुर आपातकाल की 50वीं बरसी पर बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस आज संविधान की दुहाई देती है, वही पार्टी 25 जून 1975 को देश को आपातकाल में झोंकने वाली थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सत्ता बचाने के लिए न सिर्फ लोकतंत्र का गला घोंटा, बल्कि प्रेस, न्यायपालिका और नागरिक अधिकारों को भी कुचल दिया।

धरमलाल कौशिक ने कहा कि 12 जून 1975 को जब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी को चुनाव में दोषी ठहराया, तब उन्होंने अपनी कुर्सी बचाने के लिए 25 जून को आंतरिक अशांति का हवाला देकर राष्ट्रपति से आपातकाल लगवा दिया। रातों-रात प्रेस की बिजली काट दी गई, नेताओं को जेल में डाल दिया गया और संविधान के अनुच्छेद 352 का दुरुपयोग कर देश को तानाशाही की ओर धकेल दिया गया।

उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने न केवल लोकतंत्र को कमजोर किया, बल्कि अपने बेटे संजय गांधी को सत्ता का केंद्र बना दिया। संजय गांधी ने बिना किसी पद के देश की नीतियों पर फैसले लेने शुरू कर दिए। काले कानूनों के तहत लाखों लोगों को जेल में ठूंस दिया गया, जिनमें जयप्रकाश नारायण, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और कई पत्रकार शामिल थे।

कौशिक ने कहा कि कांग्रेस की यही तानाशाही सोच आज भी जिंदा है। सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार, सरकार की नीतियों का विरोध और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश की छवि खराब करना कांग्रेस की आदत बन गई है। उन्होंने कहा कि 1975 में कांग्रेस ने जनता को दुश्मन समझकर जेल में डाला था, आज भी वही सोच जारी है, बस तरीके बदल गए हैं।

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