प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक ली
बिलासपुर । प्रदेश के गृह, जेल, लोक निर्माण विभाग के मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि किसी भी माध्यम से गांव में पहुंचने वाले प्रवासी मजदूरों को क्वारांटाइन पर रखने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव व पटवारी पर होगी। प्रत्येक प्रवासी मजदूर के पहुंचने की सूचना वे तहसीलदार व थानेदार को भी देंगे, अन्यथा उनके विरुद्ध उचित कार्रवाई की जायेगी।
साहू ने आज वीडियो कांफ्रेंस कर जिले के अधिकारियों से कोरोना संक्रमण से बचाव, प्रवासी मजदूर, स्वास्थ्य, मनरेगा, निर्माण कार्यों से सम्बन्धित विषयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि कोई भी प्रवासी मजदूर किसी भी माध्यम से गांव में पहुंचता है तो इसकी तत्काल जानकारी प्रशासन, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग को सरपंच, सचिव दें। अन्य राज्यों के जो प्रवासी मजदूर जिले से गुजर रहे हों उनके लिये मानवीय आधार पर भोजन, पानी की व्यवस्था भी करें। इसके अतिरिक्त बाहर से आने वाले लोगों की संख्या, उनकी स्क्रीनिंग व बनाये गये क्वारांटाइन और आइसोलेशन सेंटर की सतत समीक्षा करें। यह प्रयास करें कि क्वारांटाइन सेंटर रिहायशी इलाकों के बाहर हों।
प्रभारी मंत्री साहू ने कहा कि माल परिवहन करने वाले वाहन के चालक एवं परिचालक अनाश्यक न घूमें, उन पर निगरानी रखें ताकि ये संक्रमण के वाहक न बन सकें। उन्होंने सूचना तंत्र को मजबूत रखते हुए जिले की सीमाओं की सतत् निगरानी करने को कहा। ऐसे व्यक्तियों पर विशेष ध्यान रखें जो हॉट-स्पॉट या रेड जोन से जिले में आ रहे हैं। उन्होंने बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के लिए दुकानों को अल्टनेट खोलने पर विचार करने का सुझाव जिला प्रशासन को दिया साथ ही निर्देश दिया कि सघन आबादी वाले क्षेत्रों में लोगों का सैम्पल टेस्ट लें। शराब दुकानों, भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर व बाजारों में सामाजिक दूरी व मास्क पहनकर निकलने के नियम का कड़ाई से पालन किया जाये। निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए साहू ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्य को पूर्ण करने के लिए प्राथमिकता तय करें जो कार्य 75 प्रतिशत पूर्ण हो चुके हैं उन्हें पहले पूरा करें।
साहू ने कहा कि किसानों को प्रोत्साहित करें कि वे खाद-बीज का उठाव जल्दी कर लें ताकि कृषि कार्य में उन्हें परेशानी न आये।
सभी अधिकारी अपने अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों का उत्साहवर्धन करें जो कोरोना संकट के दौरान ड्यूटी में लगे हैं।
कलेक्टर डॉ. संजय अलंग एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीतेश अग्रवाल ने जानकारी दी कि जिले के 60 हजार से अधिक मजदूर प्रवासी हैं, जिनमें से 40 हजार लोगों के लौटने की संभावना को देखते हुए तैयारी की गई है। इन्हें लाने के लिए ट्रेन के अलावा बसों की व्यवस्था भी की गई है। ट्रेन से आने वाले प्रवासी मजदूरों का स्टेशन पर तथा बसों से आने वाले मजदूरों का बहतराई स्टेडियम में स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें बसों से क्वारांटीन सेंटर भेजा जायेगा। इनके लिए 1066 सेंटर बनाये गये हैं, इनकी संख्या बढ़ाई भी जा सकती है। प्रत्येक क्वारांटीन सेंटर के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि जिले में इस समय मनरेगा के तहत एक लाख 81 हजार श्रमिक कार्यरत हैं जो पिछले 14 वर्षों में सर्वाधिक है। इनको स्व-सहायता समूह व कैदियों द्वारा निर्मित 2.5 लाख मास्क वितरित किये गये हैं।
पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि प्रवासी मजदूरों के आने व गांव में क्वारांटाइन रखने के दौरान कानून-व्यवस्था बनाये रखने की तैयारी पूरी कर ली गई है। नगर निगम के आयुक्त प्रभाकर पांडेय ने बताया कि शहर में 10 क्वारांटाइन सेंटर तैयार किये गये हैं। बाहर से आने वाले मजदूरों के लिए प्रत्येक वार्ड में एक-एक टीम बनाई गई है। इसके अलावा एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।
बैठक में उपस्थित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कोविड अस्पताल की प्रगति, सैम्पल टेस्ट, दवाईयों व सामग्रियों के बारे में जानकारी दी।