कलेक्टर ने प्रेस क्लब में प्रशासनिक कामकाज और करियर पर चर्चा की
बिलासपुर। कलेक्टर अवनीश शरण का मानना है कि शहर की ट्रैफिक समस्या के समाधान के लिए लोगों में जागरूकता लाने की जरूरत है। पेयजल संकट का शहर में काफी कुछ हल निकाल लिया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहे विवाद में जमीन दलालों का हाथ ज्यादा है। बिलासपुर रहने के लिए सबसे अच्छा शहर है और वे रिटायरमेंट के बाद यहीं बसना चाहते हैं।
बिलासपुर प्रेस क्लब के हमर पहुना कार्यक्रम में पत्रकारों से चर्चा करते हुए शरण ने कहा कि आईटीएमएस प्रणाली शुरू हो जाने के बाद ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के खिलाफ जुर्माने की रकम एक करोड़ रुपये से अधिक पहुंच चुकी है, पर लोगों में जागरूकता लाना जरूरी है। शहर में ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए नए रिंग रोड की आवश्यकता है। 10-12 साल में शहर की काफी विकास हुआ है। इस दौरान बिलासपुर हर लिहाज से बेहतर हुआ है। नगर निगम में नए क्षेत्र शामिल हुए हैं, जिनकी समस्याएं अलग तरह की हैं। अमृत मिशन योजना आने के बाद शहर में पेयजल संकट का काफी हद तक निदान हो चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन संबंधी विवाद जरूर हैं, पर इसकी वजह कई स्थानों का नक्शा नहीं मिलना है। इसके अलावा जमीन दलाल भी विवाद खड़ा करते हैं। कलेक्टर ने कहा कि वे सरकारी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन करना चाहते हैं और इन योजनाओं से बिचौलियों को हटाना चाहते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी बुनियादी समस्याओं का अभाव है, जिन्हें वे दूर करना चाहते हैं। शरण ने इस दौरान स्कूल की पढ़ाई के दौरान औसत परीक्षा परिणाम लाने की चर्चा करते हुए कहा कि परिश्रम से लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। कलेक्टर ने कहा कि उन्होंने प्रशिक्षु आईएएस के रूप में बिलासपुर से ही शुरुआत की। अपनी सर्विस का अधिकांश समय एडीएम, नगर निगम आयुक्त आदि के पदों पर यहीं दिया है। बिलासपुर रहने के लिए सबसे अच्छी जगह है। वे रिटायरमेंट के बाद यहीं बसने का इरादा रखते हैं।