बिलासपुर। सहायक विस्तार अधिकारी की परीक्षा दिलाने आई बेटी के साथ घर लौट रही एक महिला का सामान रेलवे स्टेशन पर ही चोरों ने उड़ा दिया। बैग में 4 लाख 50 हजार रुपये के सोने‑चांदी के गहने थे। हैरानी की बात यह रही कि जीआरपी ने चोरी की शिकायत दर्ज करने में पूरे तीन दिन लगा दिए।
बैग जांचा तो जेवर गायब थे
रविवार दोपहर बाराद्वार (सक्ती जिला) की बसा उरांव अपनी बेटी दामिनी के साथ गोंदिया‑झारसुगुड़ा पैसेंजर पकड़ने बिलासपुर स्टेशन पहुंचीं। प्लेटफॉर्म और कोच दोनों जगह भारी भीड़ थी। जैसे‑तैसे वे चढ़ रही थीं तभी चोरों ने कंधे पर टंगे बैग की जिप खोलकर जेवर निकाल लिये। ट्रेन खुलने से पहले बैग जांचा तो जेवर गायब थे।
तत्काल मदद न मिली
मां‑बेटी ने प्लेटफॉर्म पर खोजबीन की फिर सीधे जीआरपी थाने पहुंचीं। उन्होंने बताया कि बैग में सोने के ईयररिंग, हार, मांग‑टीका, मंगलसूत्र और चांदी के पायजेब, करधनी और चूड़ियां समेत कई जेवर थे। कुल कीमत करीब 4.5 लाख रुपये है।
केस दर्ज करने में टालमटोल
महिला का आरोप है कि पुलिस ने पहले “जांच” का हवाला देकर एफआईआर टाल दी। तीन दिन तक जीआरपी बस पूछताछ करती रही मगर न तो कोई सुराग मिला न केस लिखा गया। बुधवार को आखिरकार दोनों को थाने बुलाया गया और तब रिपोर्ट दर्ज हुई।