बिलासपुर। विधायक शैलेष पांडेय ने स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया है कि निजी अस्पतालों पर लग रहे मनमानी, गलत उपचार व फीस के नाम पर हो रही लूट के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए उनकी जांच करें। इसके लिये एक चार सदस्यीय टीम बनाई गई है।
विधायक ने 23 सितम्बर को कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण व बेहतर उपचार की व्यवस्था पर बैठक ली। उन्होंने वर्तमान व्यवस्था और लापरवाही पर नाराजगी जताई और अधिकारियों को तत्काल व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया।
पांडेय ने कहा कि निजी अस्पतालों की जांच रिपोर्ट कार्रवाई के लिये शासन के पास भेजी जायेगी। उन्होंने कहा कि मरीज जिन परिस्थितियों में आएं उनका तत्काल उपचार शुरू किया जाए। उन्होंने सभी मरीजों का डाटा तैयार करने कहा ताकि मालूम हो कि वे किन स्थिति में अस्पताल पहुंचे और उनका क्या उपचार किया गया। पांडे ने नवजात शिशु जिला अस्पताल में जल्द ही गायनिक महिला चिकित्सक नियुक्त करने कहा किया है, ताकि महिलाओं का उपचार और डिलिवरी भी यहां भी हो सके। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों की हड़ताल के कारण स्टाफ की पैदा हुई कमी को देखते हुए शासन से चर्चा की जायेगी। चिकित्सकों ने भी इस मौके पर अपने सुझाव रखे। बैठक में सीएमएचओ डॉ प्रमोद महाजन, सिम्स के डीन पी के पात्रा, डा. आरती पांडे, शेफाली कुमावत, प्रवीण शर्मा, डॉ पुनीत भारद्वाज, आयुर्वेदिक हॉस्पिटल के डॉ. प्रदीप शुक्ला सहित बड़ी संख्या में चिकित्सक और अधिकारी उपस्थित थे।