बिलासपुर। नगर निगम बिलासपुर की सामान्य सभा 14 महीने के लंबे अंतराल के बाद मंगलवार को पंडित देवकीनंदन दीक्षित सभागार में आयोजित हुई। महापौर पूजा विधानी के कार्यकाल की यह पहली सभा थी, जिसकी अध्यक्षता सभापति विनोद सोनी ने की। सदन में जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, पेयजल संकट, सीवरेज, स्मार्ट सिटी के अधूरे काम और राजगीत अरपा पैरी के गायन को लेकर भारी हंगामा देखने को मिला।
सदन में गूंजा ‘पानी-पानी’, जल संकट पर नाराजगी
बैठक में कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों में पानी की किल्लत को लेकर तीखी आवाज उठाई। टैंकर, बोर खनन और नियमित जलापूर्ति जैसी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग हुई। महापौर ने आश्वस्त किया कि किसी भी वार्ड में जल संकट नहीं रहने दिया जाएगा और सभी आठ जोनों को त्वरित मरम्मत कार्यों के लिए अतिरिक्त 1-1 लाख रुपए की राशि उपलब्ध कराई जा रही है।
सीवरेज, मच्छर और फॉगिंग पर भी छिड़ी बहस
कांग्रेस पार्षद भरत कश्यप ने अधूरे सीवरेज कार्यों पर सवाल उठाते हुए कहा कि “बिलासपुर अब ‘खोदा पुर’ बन गया है।” इस पर भाजपा पार्षदों ने विरोध किया। वहीं भाजपा पार्षद हेमंत मरकाम ने फॉगिंग और एंटी लार्वा छिड़काव की कमी को लेकर सवाल उठाया, जिससे सदन में सत्ता और विपक्ष आमने-सामने आ गए।
राजगीत नहीं बजने पर कांग्रेस का विरोध
सभा की शुरुआत में राजगीत ‘अरपा पैरी के धार’ का गायन न किए जाने पर कांग्रेस पार्षद शहजादी कुरैशी ने तीखा विरोध दर्ज कराया। उन्होंने इसे राजकीय सम्मान का अपमान बताया। हालांकि सभापति ने उनकी मांग नहीं मानी और प्रश्नकाल की शुरुआत कर दी।
गायत्री साहू ने नजूल भूमि पर पट्टे की मांग उठाई
वार्ड क्रमांक 5 की पार्षद गायत्री लक्ष्मीनाथ साहू ने मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा का हवाला देते हुए नजूल भूमि पर रहवासियों को पट्टे वितरण की मांग की। महापौर ने इस विषय पर प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने का आश्वासन दिया।
स्मार्ट सिटी पर खर्च तो हुआ, लेकिन योजना अधूरी!
स्मार्ट सिटी योजना पर भी सवालों की बौछार हुई। पार्षदों ने पूछा कि योजना में 800 करोड़ रुपए खर्च हो गए हैं, फिर भी कई कार्य अधूरे क्यों हैं? इस पर निगम अधिकारियों ने बताया कि उन्हें अब तक कोई अलग से राशि प्राप्त नहीं हुई है, जिससे हंगामा और तेज हो गया।
1089 करोड़ का बजट पेश
दोपहर बाद महापौर पूजा विधानी ने 1089 करोड़ रुपए का वार्षिक बजट सदन में प्रस्तुत किया, जो पिछले बजट से अधिक है। बजट में महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट, विद्यार्थियों के लिए नालंदा लाइब्रेरी, सड़क निर्माण, जल निकासी और स्ट्रीट लाइट जैसी योजनाओं को शामिल किया गया। सभी 9 एजेंडों पर चर्चा के बाद बहुमत से प्रस्ताव पारित किए गए।
महत्वपूर्ण स्वीकृतियाँ:
- सभी जोनों में पिंक टॉयलेट निर्माण
- नालंदा परिसर का निर्माण
- अरपा इंदिरा सैंचुरी से रामसेतु तक अटल पथ
- जलभराव निवारण हेतु विशेष कार्य
- लोक नगर से आजाद चौक तक सड़क चौड़ीकरण
- स्ट्रीट लाइट की नई व्यवस्था