बिलासपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 मार्च को प्रस्तावित दौरे को लेकर प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में कलेक्टर अवनीश शरण ने बुधवार को मस्तूरी और बिल्हा ब्लॉक में बैठक लेकर ग्रामीण विकास योजनाओं की समीक्षा की और नवनिर्वाचित सरपंचों को शुभकामनाएं दीं। बैठक में एसपी रजनेश सिंह और जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल भी उपस्थित थे।
ग्रामीण विकास योजनाओं की समीक्षा
बैठक के दौरान कलेक्टर ने पंचायतों में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और अधूरे कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। गर्मी के मौसम में पेयजल संकट से बचने के लिए पानी की किल्लत वाले गांवों की पहचान कर संबंधित जनपद सीईओ को अवगत कराने को कहा गया।
सरपंचों, रोजगार सहायकों और विभागीय अधिकारियों के साथ हुई बैठक में कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, नल जल योजना, महतारी वंदन योजना सहित अन्य योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सरपंच लोकतंत्र की महत्वपूर्ण कड़ी हैं और उनके माध्यम से ही गांवों का विकास संभव है।
अधिक से अधिक सहभागिता का आह्वान
कलेक्टर ने 30 मार्च को बिल्हा ब्लॉक के मोहभट्ठा में होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम की जानकारी दी और सभी से इसमें बढ़-चढ़कर भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री इस दौरे में करोड़ों रुपये की विकास योजनाओं की सौगात देंगे, जिससे क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।
इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक कार्ययोजना बनाई जा रही है। प्रशासन हितग्राहियों और आम जनता की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखेगा। गर्मी को ध्यान में रखते हुए पीने के पानी, भोजन, शौचालय, एंबुलेंस और पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है।
छोटे बच्चों, बुजुर्गों को लाने से बचें
कलेक्टर ने कहा कि यह जिला के लिए गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री का आगमन हो रहा है, इसलिए आयोजन को सफल बनाने में सभी का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने अपील की कि लोग समय पर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचें और छोटे बच्चों व बुजुर्गों को साथ न लाएं, ताकि भीड़ प्रबंधन सुचारू रूप से हो सके।
राज्यभर से हजारों लोगों के इस कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है, इसलिए प्रशासन की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि कार्यक्रम के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित की जाएं।