गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र में हिंदी पुनश्चर्या कार्यक्रम शुरू
बिलासपुर। गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिलासपुर के यूजीसी-मदन मोहन मालवीय शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र (एमएमटीटीसी) में बुधवार को हिंदी विषय पर पुनश्चर्या कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इस बार विषय रखा गया है – समकालीन कविता का सामाजिक परिदृश्य।
कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कविता सिर्फ अभिव्यक्ति नहीं, समाज की भावनाओं और सोच का प्रतिबिंब होती है। समकालीन कविताओं में जो अस्मिता, स्त्री-विमर्श, जनजातीय जीवन और सामाजिक संघर्ष झलकते हैं, उन्हें समझना आज की जरूरत है।
प्रो. चक्रवाल ने कहा कि बदलते समय में कविता को नए दृष्टिकोण से पढ़ने और समझने की जरूरत है। उन्होंने साहित्य से जुड़े अन्य अनुशासनिक विमर्शों को भी जानने पर ज़ोर दिया।
कार्यक्रम का स्वागत उद्बोधन कोर्स को-ऑर्डिनेटर प्रो. गौरी त्रिपाठी ने दिया और प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं। एमएमटीटीसी के निदेशक प्रो. आलोक कुमार सिंह कुशवाहा ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रीति शुक्ला ने किया। यह बारह दिवसीय कोर्स 12 से 25 जून तक चलेगा, जिसमें देशभर के विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों से 96 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं।