एक्स-आर्मी जवानों के साथ पुलिस अधीक्षक की बैठक, फ्लैग मार्च सहित कई सुझावों को अमल में लाया जायेगा
बिलासपुर। जिले में कोरोना संक्रमण के नये मामले सामने आने के बाद पुलिस ने लॉकडाउन का पालन कराने के लिए अब और सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक ने आज पूर्व सैनिकों के साथ बैठक कर लॉकडाउन का पालन कराने के लिए सुझाव लिये। आज से दुकानदारों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए अभियान चलाया गया। पुलिस ने दो उड़न दस्ते भी तैयार किये हैं जो लॉकडाउन के पालन को देखेगी। लॉकडाउन के उल्लंघन के 279 प्रकरण भी बनाये गये।
शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने उन पूर्व सैनिकों के साथ अनुभव साझा किया जो दो माह तक पुलिस के साथ लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए काम कर रहे हैं। जवानों ने कहा कि इस दौरान उनका पुलिस के प्रति नजरिया बदला है। पुलिस दिन रात चुनौतीपूर्ण कार्य कर रही है। पूर्व सैनिकों ने एसपी अग्रवाल को सुझाव दिया कि हर रोज या एक दिन के अंतराल में सायरन के साथ पेट्रोलिंग की जाये और फ्लैग मार्च निकाला जाये। शाम को बेवजह घूमने वालों पर कार्रवाई की जाये। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए दुकानदारों को समझाइश दी जाये। बैठक के अंत में पुलिस अधीक्षक, एएसपी ओपी शर्मा और जवानों ने देश के श्रद्धांजलि अर्पित की।
पुलिस ने कड़ाई बरतना शुरू किया
लॉकडाउन के बावजूद शाम को बड़ी संख्या में लोगों के सड़कों मोहल्लों में भीड़ लगाने को लेकर पुलिस महानिरीक्षक दीपांशु काबरा और पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने कड़ाई बरतने का निर्देश दिया है। एएसपी शर्मा के मुताबिक बेवजह घूमने वालों के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के अंतर्गत विभिन्न थानों में 15 एफआईआर भी दर्ज की जा रही है। पुलिस अधीक्षक अग्रवाल ने दुकानदारों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करने के लिए दुकानों के बाहर बोर्ड और फ्लैक्स लगाने की अपील के साथ चेतावनी भी दी है।
नगर निगम के साथ संयुक्त उड़नदस्ता टीम
लॉकडाउन और धारा 144 का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई करने के लिए पुलिस व नगर निगम की उड़नदस्ता की दो संयुक्त टीमों का गठन किया गया है। दोनों टीम बाजार और सड़कों पर लगातार नजर रख रही है। इनका काम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों, बिना मास्क सड़क पर घूमने वालों, सार्वजनिक स्थलों पर थूकने वालों पर नजर रखना और कार्रवाई करना है। इसके अलावा थानों की ओर से भी कार्रवाई जारी है। एक ही दिन के भीतर थानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर 279 प्रकरण बनाये गये हैं।