बिलासपुर। रतनपुर स्थित महामाया मंदिर अकाउन्टेन्ट के कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद दफ्तर सील कर दिया गया है और वहां काम करने वाले सभी लोगों का सैम्पल लिया गया है। हालांकि मंदिर दर्शन जारी है।
मंदिर के लेखापाल में एक हफ्ते पहले खांसी और बुखार के लक्षण मिले। उन्होंने दफ्तर आना बंद किया और अपना कोविड टेस्ट कराया। आज रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इनके पास महामाया मंदिर में दान देने वालों की रसीद काटने की जिम्मेदारी भी थी, जिसके चलते अनेक लोग उनके सम्पर्क में आये हैं।
महामाया मंदिर के मैनेजिंग ट्रस्टी सुनील सोंथलिया ने बताया कि कार्यालय और परिसर को पूरी तरह फिर सैनेटाइज कराया गया है। कार्यालय को प्रशासन ने सील कर दिया है पर मंदिर में दर्शन जारी रखा गया है। पहले से ही मंदिर परिसर में कोरोना संक्रमण से बचाव के एहतियात बरते जा रहे हैं। मंदिर में प्रवेश के पूर्व ही थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है साथ ही ऑटोमैटिक सैनेटाइजर लगाया गया है। किसी भी तरह का नारियल, प्रसाद, फल-फूल आदि चढ़ाने पर पाबंदी है। दान पेटी में ही दान की राशि डाली जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि महामाया मंदिर में दर्शन के लिये हर वर्ष लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। देश-विदेश में नवरात्रि पर सर्वाधिक दीये यहीं प्रज्ज्वलित किये जाते हैं।
लॉकडाउन के दौरान करीब दो माह तक रतनपुर से गुजरने वाले हजारों जरूरतमंद प्रवासियों को महामाया ट्रस्ट की ओर से भोजन कराया जाता रहा। प्रशासन के अनुरोध पर रेलवे स्टेशन पर आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिये भी लगातार भोजन पैकेट की व्यवस्था महामाया मंदिर ट्रस्ट की ओर से की गई थी। क्षेत्र के अनेक क्वारांटीन सेंटर्स में प्रशासन के आग्रह पर ट्रस्ट द्वारा भोजन पहुंचाया जा रहा है।