बिलासपुर। कांग्रेस भवन में आज स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बैरिस्टर छेदीलाल की पुण्यतिथि और साहित्यकार तथा पूर्व सांसद श्रीकांत वर्मा की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर उनके छायाचित्रों पर माल्यार्पण कर याद किया गया। बैरिस्टर छेदीलाल की पुत्री रत्ना सिंह को शॉल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह देकर इस मौके पर सम्मानित भी किया गया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि दोनों विभूतियों ने बिलासपुर का नाम देश में रोशन किया। डॉ. वर्मा व बैरिस्टर छेदीलाल दोनों का कार्यक्षेत्र एक जैसा था। दोनों ही साहित्यकार, शिक्षक, राजनेता और पत्रकार थे तथा छत्तीसगढ़ से अगाध स्नेह रखते थे। उन्होंने रामलीला के माध्यम से राष्ट्रीय आंदोलन का प्रचार-प्रसार किया। कांग्रेस के त्रिपुरी अधिवेशन की जिम्मेदारी भी निभाई। वे संविधान सभा के भी सदस्य थे। शहर अध्यक्ष प्रमोद नायक, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान, सैयद जफर अली ने दोनों के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। रत्ना सिंह ने अपने पिता बैरिस्टर छेदीलाल के बारे में अनेक संस्मरण सुनाये।
महापौर रामशरण यादव ने बताया कि बैरिस्टर छेदीलाल कीयादों को अक्षुण्ण रखने के लिये गांधी चौक से दयालबंद वाली सड़क उनके नाम पर की गई है। महाराणा प्रताप चौक से व्यापार विहार वाली सड़क स्व.रामबाबू सोंथलिया के नाम पर रखा गया है।
कार्यक्रम को हरीश तिवारी व ऋषि पांडे ने भी संबोधित किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।