बिलासपुर। सरकंडा की पीएम सेजेस कन्या शाला में सोमवार को शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री तोखन साहू और उप मुख्यमंत्री अरुण साव शामिल हुए। इस मौके पर स्कूल में पढ़ाई शुरू करने वाले बच्चों का तिलक कर, माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर खास अंदाज़ में स्वागत किया गया।
बच्चों को मिला बैग, किताब, किट और साइकिल
प्रवेशोत्सव के दौरान बच्चों को बैग, किताबें, ड्राइंग किट और सरस्वती साइकिल योजना के तहत साइकिलें भी दी गईं। बाल अतिथि प्रियांशु, साहिल, प्राची और धनमती को विशेष रूप से मंच पर सम्मानित किया गया।
स्कूल के विकास के लिए 20 लाख की घोषणा
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने स्कूल की जरूरतों को देखते हुए 20 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की कोशिश है कि एक भी बच्चा स्कूल से न छूटे। शिक्षा सिर्फ डिग्री पाने का जरिया नहीं, बल्कि संस्कार और समाज को जोड़ने का माध्यम है।
उन्होंने बताया कि राज्य में शिक्षा गुणवत्ता अभियान चलाया जा रहा है, ताकि हर बच्चे को अच्छा शिक्षा माहौल मिले। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में हर वर्ग के लिए शिक्षा को सुलभ और गुणवत्तापूर्ण बनाने की दिशा में काम हो रहा है।
शिक्षा ही जीवन की नींव: तोखन साहू
केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि विद्यार्थियों को तनाव नहीं लेना चाहिए, बल्कि पूरे मन से पढ़ाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “विद्यार्थी जीवन ही असली जीवन की नींव है।” उन्होंने यह भी कहा कि जहां उत्सव होता है, वहीं विकास भी होता है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और पौधरोपण
इस मौके पर बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए, जिन्हें देखकर अतिथियों ने जमकर तालियां बजाईं। साथ ही ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान 2.0 के तहत स्कूल परिसर में नीम के पौधे लगाए गए।
कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी रहे मौजूद
कार्यक्रम में बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला, मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया, कलेक्टर संजय अग्रवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी, उपाध्यक्ष ललिता कश्यप, नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी अनिल तिवारी, बीईओ सुनीता ध्रुव, समग्र शिक्षा की एपीसी सुनीता पांडेय समेत बड़ी संख्या में अधिकारी, शिक्षक और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने बताया कि इस साल 10वीं-12वीं के रिजल्ट में मिशन 90 प्लस कार्यक्रम के चलते सुधार हुआ है, और आगे भी सुधार की कोशिश जारी रहेगी।
कार्यक्रम का संचालन समन्वयक वासुदेव पांडेय ने किया।