डेटा तकनीक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के बेहतर उपयोग करने में भी टॉप 5 शहरों में शामिल
दिल्ली के सीईओ कांफ्रेंस में सेंट्रल डिजिटल लाइब्रेरी की भी प्रशंसा
बिलासपुर। बिलासपुर स्मार्ट सिटी ने डेटा,तकनीक और कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के बेहतर उपयोग करने के मामले में देश भर के टॉप 5 शहरों में स्थान बनाया है। वहीं टीम मैनेजमेंट और अंतर्विभागीय समन्वय में 95 प्रतिशत अंकों के साथ बिलासपुर पूरे देश में अव्वल नंबर पर है। रायपुर 85 प्रतिशत अंकों के साथ दूसरे नंबर पर है। बिलासपुर शहर के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि हैं की देश के 100 स्मार्ट सिटी में अलग-अलग सेक्टर में पहले और पांचवें स्थान पर आया। गुरुवार को नई दिल्ली में सीईओ कांफ्रेंस में मूल्यांकन के परिणाम घोषित किए गए,जिसमें बिलासपुर को रैंकिंग प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसे बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के एमडी अमित कुमार ने ग्रहण किया।
नई दिल्ली में स्मार्ट सिटी के सीईओ कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था। एमडी अमित कुमार और जीएम आईटी वाय. श्रीनिवास इसमें शामिल हुए। इस कांफ्रेंस में देश भर के स्मार्ट सिटी का क्वालिटी कंट्रोल ऑफ इंडिया के द्वारा की गई मूल्यांकन की समीक्षा की गई। इसमें मूल्यांकन के परिणामों को घोषित किया गया।
परिणामों की घोषणा करते हुए डेटा और तकनीक तथा कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के बेहतर उपयोग के लिए बिलासपुर को सम्मानित किया गया। देश के टॉप पांच शहरों में पहले नंबर पर कर्नाटक का बेलगाम स्मार्ट सिटी, दूसरे नंबर पर चंडीगढ़, तीसरे नंबर पर कर्नाटक की तुमकुरु स्मार्ट सिटी, चौथे नंबर पर बेंगलुरु स्मार्ट सिटी और पांचवें स्थान पर बिलासपुर स्मार्ट सिटी शामिल हैं। टीम मैनेजमेंट और अन्तर्विभागीय समन्वय में बिलासपुर देश के पहले स्थान पर हैं। गौर करें तो यह उपलब्धि हासिल करने वाला बिलासपुर मध्य भारत का एकमात्र शहर हैं। बिलासपुर स्मार्ट सिटी को स्मार्ट सिटी मिशन के डायरेक्टर कुणाल कुमार ने सर्टिफिकेट दिया, जिसे एमडी अमित कुमार ने ग्रहण किया।
स्मार्ट सिटी के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर और डेटा तकनीक के उपयोग का मूल्यांकन करने क्वालिटी कंट्रोल ऑफ इंडिया की टीम ने पूरे देश भर के 100 स्मार्ट शहरों के कमांड एंड कंट्रोल सेंटरों का दौरा किया था। बिलासपुर में साल के शुरुआत जनवरी माह में केंद्रीय टीम ने दौरा किया था। टीम ने तारबाहर स्थित कमांड एंड कंट्रोल सेंटर जाकर वहां की कार्यशैली, व्यवस्था, डेटा संग्रहण, डेटा का उपोयग, तकनीकों का प्रयोग, डेटा और कमांड सेंटर से शहर को लाभ तथा अन्य विभागों को कमांड सेंटर और स्मार्ट सिटी के डेटा से कार्यों में किस प्रकार से सहायता मिल रही हैं,जो डाटा है वह सुरक्षित हैं या नहीं, इस प्लेटफार्म का उपयोग अन्य संस्थाएं कर पा रही है या नहीं,अन्य शासकीय विभागों से समन्वय का स्तर कैसा हैं इन सभी बातों का केंद्रीय टीम ने मूल्यांकन किया था।
सीईओ कांफ्रेंस में बिलासपुर स्मार्ट सिटी द्वारा संचालित डिजिटल लाइब्रेरी को सेल्फ रेवेन्यू जनरेट प्रोजेक्ट और सुविधाओं के मामले में मॉडल के रूप में प्रस्तुत कर अन्य सभी स्मार्ट शहरों को इस मॉडल को अपनाने की अपील की गई। इस दौरान मुख्य स्क्रीन में बिलासपुर सेंट्रल लाइब्रेरी की तस्वीर और वीडियो का प्रसारण किया गया।
एमडी अमित कुमार ने कहा कि यह उपलब्धि बेहतर टीम वर्क और नागरिकों और अन्य विभागों के सहयोग का परिणाम हैं। भविष्य में हम और भी बेहतर प्रदर्शन करें, इसका प्रयास जारी रखेंगे।