जल संरक्षण, पौधरोपण और आयुष्मान कार्ड की धीमी रफ्तार पर जताई नाराजगी
बिलासपुर। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने मंगलवार को अधिकारियों की बैठक लेकर सरकारी योजनाओं की प्रगति और लंबित मामलों की समीक्षा की। उन्होंने साफ कहा कि स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। जिला शिक्षा अधिकारी को नियमित रूप से स्कूलों का निरीक्षण करने और अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
बैठक में उन्होंने उद्योगों द्वारा पानी के उपयोग की भी समीक्षा की और कहा कि यह पता लगाया जाए कि कौन-कौन से उद्योग कितना पानी दोहन कर रहे हैं। इसके साथ ही धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत चल रहे शिविरों के जरिए अधिक से अधिक लोगों को लाभ दिलाने के निर्देश दिए।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत संदीप अग्रवाल, एडीएम शिवकुमार बनर्जी, सभी एसडीएम और विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
योग दिवस और वृक्षारोपण पर भी चर्चा
कलेक्टर ने 21 जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों की भी जानकारी ली। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई। वहीं ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान 2 के तहत जिले में पौधरोपण की योजना की समीक्षा भी की गई।
उन्होंने निर्देश दिए कि सभी उद्योग और खनन क्षेत्र अपने-अपने स्तर पर गोठानों में पौधे लगाएं। वन विभाग ने बताया कि इस साल 2 लाख 54 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य है। कलेक्टर ने कहा कि पौधों की देखरेख भी उतनी ही जरूरी है जितना कि लगाना।
पानी की समस्या वाले गांवों की सूची बनाएं
कलेक्टर ने जल संरक्षण और भू-जल स्तर बढ़ाने के लिए चल रहे कामों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जहां-जहां पानी की कमी है, वहां की सूची बनाकर सोखता गड्ढे, परकोलेशन टैंक और बोरी बंधान जैसे काम जल्द शुरू किए जाएं।
आयुष्मान कार्ड की धीमी रफ्तार पर नाराज
कलेक्टर ने आयुष्मान कार्ड बनाने की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत लगे शिविरों में सभी पात्र लोगों के कार्ड अनिवार्य रूप से बनाए जाएं।
हाईकोर्ट के मामलों और जनशिकायतों पर फोकस
उन्होंने मुख्यमंत्री जनदर्शन, पीएमओ पोर्टल और पीजीएन जैसे माध्यमों से मिलने वाली शिकायतों के जल्द निपटारे के निर्देश दिए। हाईकोर्ट में लंबित प्रकरणों पर उन्होंने कहा कि हर केस का जवाब समयसीमा में भेजा जाए, किसी भी हाल में फाइलें लंबित न रहें।
अन्य निर्देश
- लंबे समय से गायब कर्मचारियों की जानकारी सभी विभाग प्रमुखों से मांगी गई है।
- हाई स्कूल की छात्राओं के एचबी लेवल (हीमोग्लोबिन) की जांच सुनिश्चित करने को कहा गया है।