बिलासपुर। एसईसीएल ने CSR के तहत कोयलांचल क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण पहल की है। इस पहल को ‘प्रोजेक्ट धड़कन’ नाम दिया गया है, जिसके तहत जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को बेहतर चिकित्सा देखभाल और सर्जिकल उपचार प्रदान किया जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य परियोजना प्रभावित क्षेत्रों के बच्चों की स्क्रीनिंग, निदान और इलाज सुनिश्चित करना है।

बिलासपुर स्थित एसईसीएल मुख्यालय में बुधवार को एक समारोह के दौरान एसईसीएल और श्री सत्य साई हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट, रायपुर के बीच इस परियोजना के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता एसईसीएल के निदेशक (कार्मिक) बिरंची दास ने की।

परियोजना के तहत छत्तीसगढ़ के रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा और मध्य प्रदेश के अनूपपुर, शहडोल व उमरिया जैसे खदान प्रभावित क्षेत्रों से चिन्हित बच्चों को श्री सत्य साई संजीवनी मातृ एवं शिशु अस्पताल, रायपुर में उच्च स्तरीय सर्जिकल उपचार प्रदान किया जाएगा।

इस मौके पर एसईसीएल के महाप्रबंधक (सिविल/सीएसआर) आलोक कुमार और श्री सत्य साईं हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट के ट्रस्ट अधिकारी जगदीश राव ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस पहल को एसईसीएल की जिम्मेदार सामाजिक दृष्टिकोण के रूप में देखा जा रहा है, जो बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य और उज्जवल भविष्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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