सकरी में बीते चार दिसम्बर को हुए अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने शव की शिनाख्ती के 24 घंटे के भीतर सुलझा ली। आरोपी उसका दोस्त था, जिसे मृतक के साथ अपनी पत्नी के अवैध सम्बन्ध का शक था।
बते 5 दिसंबर को सकरी शराब भट्ठी के पास पांच दिसम्बर को एक अज्ञात युवक की लाश मिली थी। उसके सिर पर चेहरे पर गंभीर चोट के निशान थे। एएसपी विजय अग्रवाल व डीएसपी क्राइम ब्रांच प्रवीण चंद्र राय ने घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस ने मृतक की पहचान के लिए जिले व नजदीकी जिलों के थानों में इसकी सूचना व फोटो भेजी। 6 दिम्बर को बेमेतरा के नवागढ़ तहसील के झाल ग्राम से मृतक के परिजन पहुंचे और उन्होंने बताया कि यह लाश झाल निवासी बीरबल यादव की है, जो पिछले दो माह से देवरीकला तखतपुर में एक डेयरी में काम कर रहा है। डेयरी मालिक से पूछताछ पर पता चला कि मृतक बीरबल 4 दिसंबर को घर जाने के नाम पर तीन हजार रुपए ले गया था। मृतक के पास मोबाइल फोन भी था। घटनास्थल से ये दोनों चीजें नहीं मिली थीं। इस दौरान पता चला कि झाल निवासी बलदाऊ साहू के सम्पर्क में मृतक रहा करता था। डेयरी मालिक को मृतक बीरबल ने बलदाउ साहू का ही नंबर जरूरत में काम आने के लिए दे रखा था। पुलिस ने झाल जाकर आरोपी बलदाऊ साहू को हिरासत में ले लिया। कड़ाई से पूछताछ के बाद उसने सिलसिलेवार घटना का खुलासा किया।
उसने बताया कि मृतक बीरबल उसका दोस्त था। बीरबल लगातार बलदाऊ की पत्नी से बातें करता था। आरोपी को संदेह था कि उसकी पत्नी के साथ उसका अवैध सम्बन्ध है। इसलिए उसने बीरबल की हत्या की योजना बनाई। चार दिसम्बर को मोटरसाइकिल से वह सकरी पहुंचा। उसे लेकर शराब भट्ठी गया, जहां दोनों ने शराब पी। नशे में आने के बाद आरोपी ने अपने पास रखे लोहे के रॉड से उसकी हत्या कर दी और वापस लौट गया। बीरबल के मोबाइल फोन तथा नगद मिले 700 रुपये को उसने अपने घर के छत पर ले जाकर छिपा दिया। आरोपी को सात दिसम्बर को गिरफ्तार कर लिया गया।
घटना की गुत्थी सुलझाने में क्राइम ब्रांच के एएसआई हेमन्त आदित्य, प्रधान आरक्षक धनेश साहू,कमल साहू, अशोक चौरसिया, अशोक मिश्रा, सकरी थाना प्रभारी जे पी गुप्ता, प्रधान आरक्षक सिद्धार्थ पांडेय तथा आरक्षक तरुण की महत्वपूर्ण भूमिका रही।