पखांजुर: पखांजूर नगर पंचायत द्वारा संचालित कांजी हाउस में अव्यवस्था का आलम है। इसके चलते मवेशियों को जान आफत में है। देखरेख में लापरवाही के चलते यहां रह रहे मवेशियों की जान भी जा रही है। शुक्रवार-शनिवार की रात एक गाय और एक बछड़े की मौत हो गई। इसकी जानकारी पार्षद को दिए जाने के बाद ही नगर पंचायत को इसकी जानकारी हुई।
बताया जाता है कि पखांजूर नगर पंचायत में इन मवेशियों को गो-तस्करों के चंगुल से छुड़ाकर पखांजूर कांजीहाऊस में रखा गया था। इस कांजी हाऊस की देखरेख का जिम्मा जिसे दिया गया था उसके द्वारा पशुओं की देखभाल व प्रबंधन ठीक से नहीं किए जाने के चलते यह घटना हुई। कांजी हाऊस में कोई स्टाफ नहीं होने के चलते मवेशियों की मौत कब हुई इसकी किसी को जानकारी नहीं हुई। सुबह जब एक पड़ोसी युवक ने देखा तो पार्षद को इसकी जानकारी दी। और तब जाकर नगर पंचायत के अधिकारी को इसकी जानकारी हो पाई।
भगवान भरोसे मवेशी
नगर पंचायत द्वारा संचालित कांजी हाऊस में रखे गए मवेशियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। यहां 20 से अधिक पशुओं को रखा गया है, जिन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया है। न कोई पानी पिलाने वाला है न खाना देना वाला। आलम यह है कि मवेशियों को यह रख देने के बाद कोई देखने तक नहीं जाता। शुक्रवार की रात इन दो मवेशियों की मौत कब हुई कोई नहीं जानता। इसकी पुष्टी कांजी हाऊस के पड़ोस में रहने वाले दुलाल मंडल ने की। उन्होंने बताया कि कांजी हाऊस का संचालनकर्ता यहां आए थे। उन्होंने मजदूर की व्यवस्था होने तक एक-दो दिन मुझे कांजी हाऊस की देखरेख करने, पशुओं का चार-पानी आदि की व्यवस्था देखने कहा था। पर पांच दिन हो गए न तो कोई मजदूर आया और न ही पियूष मंडल देखने आया। शुक्रवार रात दो पशुओं की मौत कैसे हुई उन्हें नहीं पता। जब वे अंदर गए तब उन्हें इस बात की जानकारी हुई और वार्ड पार्षद को इसकी जानकारी दी।
इस घटना के लिए सीएमओ जिम्मेदार
कांजी हाऊस में दो मवेशियों की मौत का मामला सामने आते ही नपं में नेता प्रतिपक्ष मोनिका साहा और वार्ड क्रमांक-14 को पार्षद नारायण साहा ने बताया कि अर्से से कांजी हाऊस में अव्यवस्था का आलम है। इसकी जानकारी नगर पंचायत सीएमओ को दे चुके हैं। हालत यह है कि कांजी हाऊस में रह रहे मवेशी ठीक से बैठ भी नहीं पाते। न खाने की कोई व्यवस्था है। इन मवेशियों को मौत को लिए नगर पंचायत पखांजूर और सीएमओ जिम्मेदार है।
एक और लापरवाही सामने आई
पशुओं की मौत का मामला प्रकाश में आने के बाद नगर पंचायत की एक और लापरवाही प्रकाश में आई। पांच दिनों से इस कांजी हाउस का कौन संचालन कर रहा है, यह भी तय नहीं है। नगर पंचायत इसका संचालन पीयूष मंडल द्वारा कराना बता रहा है, जबकि पीयूष मंडल इससे साफ इंकार कर रहा है। इससे ही पता चलता है की पांच दिनों से पशुओं को कोई खाना-पानी नहीं मिल रहा।मौत की जानकारी आने के बाद जब नगर पंचायत के सीएमओ अरविंद योगी से पूछा गया तो उन्होनेंं बताया की कांजी हाउस का संचालन पीयूष मंडल के द्वारा किया जा रहा है। पशुओं की मौत कैसे हुई इसकी जानकारी लेंगे।
वहीं इस संबध में जब पीयूष मंडल से जानकारी ली गई तो उन्होंनें बताया की वे संचालन का भार जरूर लेने वाले थे पर कांजी हाउस में अव्यवस्था देख पीछे हट गए। वर्तमान में उसका संचालन नगर पंचायत ही कर रहा है। अगर पशुओं को खाना-पानी नहीं मिल रहा तो इसके लिए नगर पंचायत और उसके अधिकारी जिम्मेदार हैं।