आईएमए व अपोलो हास्पिटल का संयुक्त कॉनक्लेव एक अप्रैल को
बिलासपुर। आईएमए छत्तीसगढ और अपोलो हास्पिटल के संयुक्त तत्वावधान में एक कॉनक्लेव का आयोजन होटल आनंदा इम्पीरियल सभागार में एक अप्रैल को आयोजित किया जा रहा है। यह संगोष्ठी स्तन कैंसर पर केन्द्रित होगी, क्योंकि इससे प्रभावित महिलाओं की संख्या छत्तीसगढ़ में बहुत अधिक है।
छत्तीसगढ राज्य के आईएमए के प्रेसीडेन्ट डॉ. हेमन्त चटर्जी ने बताया कि कैंसर मरीजों की बढ़ती संख्या एक चिंता का विषय है। अतः यह आवश्यक हो जाता है कि इस ओर ध्यान दिया जाए और देश के ख्याति प्राप्त कैंसर विशेषज्ञों से अत्याधुनिक तकनीकों के बारे में समझा जाए।
चर्चा का फोकस स्तन कैंसर के रोकथाम के साथ-साथ इस क्षे़त्र में विकसित नवीनतम तकनीकों का सर्जरी एवं किमोथेरेपी के माध्यम से उपयोग को समझना होगा।
उन्होंने बताया कि अन्य प्रकार के कैंसर की तुलना में महिलाओं में, छत्तीसगढ राज्य में स्तन कैंसर सबसे अधिक हैं। राज्य में स्तन कैंसर से हर साल तीन हजार से अधिक महिलोओं की मृत्यु हो जाती है। इसका मुख्य कारण जागरूकता की कमी है। हालांकि बीमारी का जल्दी को पता लगाकर मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है।
आईएमए छत्तीसगढ राज्य ने इस वृहद जागरूकता अभियान के लिये अपोलो कैंसर हॉस्पिटल से हाथ मिलाया है। विकरण सुविधा वाला अपोलो कैंसर हॉस्पिटल न सिर्फ शहर वरन् राज्य का पूर्णतः सुसज्जित कैंसर उपचार केन्द्र है जिसने पहले से ही 10 हजार से अधिक मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया है।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. जी के रथ होंगे, जो भारत के सबसे वरिष्ठ एवं उत्कृष्ट कैंसर विशेषज्ञ हैं। उन्होंने चार दशक के अपने कैरियर में 30 से अधिक पुरस्कार प्राप्त किये हैं। वे कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय कैंसर उपचार और रोकथाम संबंधित समितियों और निकायों के अध्यक्ष हैं और कैंसर रोकथाम एवं इलाज विषय के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षक हैं। वे बी आर अम्बेडकर इंस्टीट्यूट, रोटरी कैंसर सेंटर, एम्स नई दिल्ली और नई दिल्ली में नवीनतम और एकमात्र सबसे बड़े नेशनल कैंसर अस्पताल जैसी संस्थाओं के प्रमुख भी है।
इस सेमिनार में अन्य प्रख्यात वक्ता कोलकाता के मेडिकल ओकोलॉजिस्ट डॉ पीएन महापात्रा और नई दिल्ली के प्रख्यात् कैंसर सर्जन डॉ. राजीव कुमार होंगे। इस आयोजन में राज्य के कैंसर विशेषज्ञों सहित दो सौ से अधिक डॉक्टर भाग लेंगे।
डॉ रथ अपोलो अस्पताल में स्थानीय कैंसर सुविधा का भी दौरा करेंगे और टीम के साथ अपने ज्ञान को साझा करेंगे। उनके भारत में विभिन्न कैंसर नियंत्रण उपायों के बारे में जानकारी देने के लिये 2 अप्रैल को एक संवादाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
सचिव आईएमए छत्तीसगढ ने कहा कि इस आयोजन से डॉक्टरों और लोगों के बीच कैंसर का पता लगाने और उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ेगी और रोगियों का अधिक प्रभावी ढंग से मार्गदर्शन संभव होगा, जो निवारक कैंसर संबंधित मौतों को कम करने में सहायक सिद्ध होगा।
राज्य आईएमए के प्रेसीडेन्ट डॉ. चटर्जी व अपोलो के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. सजल सेन ने राज्य के सभी कैंसर विशेषज्ञों एवं चिकित्सकों से इस वृहद आयोजन से अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की।