बिलासपुर। हावड़ा-अहमदाबाद स्पेशल ट्रेन के स्लीपर कोच में टीटीई ने 2 यात्रियों को कैंसिल हो चुकी टिकटों से यात्रा करते हुए पकड़ा। जुर्माना भरने के लिए कहे जाने पर वे टीटीई से उलझ गये। मामला आरपीएफ को सौंपा गया जहां जवानों ने थाने ले जाकर उनसे जुर्माना भरवाया।
रविवार को सुंदरगढ़ ओडिशा के निवासी रमेश किन्डो और प्रशांत लकड़ा ट्रेन से अहमदाबाद जा रहे थे। टीटीई सी. चक्रवर्ती टिकट की जांच के दौरान एस सेवन कोच में पहुंचे। उन्होंने दोनों यात्रियों को भी टिकट दिखाने के लिए कहा। दोनों के टिकट वेटिंग थे। वेटिंग टिकट कंफर्म नहीं होने पर ऑटोमैटिक कैंसिल हो जाता है। इसलिए टीटीई ने दोनों को बिना टिकट की श्रेणी में बताया और कहा कि जुर्माने के साथ नई टिकट बनानी पड़ेगी, वे तभी यात्रा कर सकते हैं।
बात सुनकर वे टीटीई से उलझ गये। कंट्रोल रूम में टीटीई ने इसकी जानकारी दी। चांपा स्टेशन में भी उन्हें उतारने का प्रयास किया गया लेकिन वह दोनों नहीं उतरे। इस पर बिलासपुर आरपीएफ को जानकारी दी गई। आरपीएफ के जवान बोगी में पहुंच कर दोनों को थाने ले आए। आरपीएफ पोस्ट में भी वे बहस कर रहे थे। बाद में दोनों यात्रियों को पोस्ट प्रभारी में समझाया। दोनों ने बताया कि वे वेटिंग टिकट के ऑटोमैटिक कैंसिल हो जाने के नियम से अनजान थे। उन्होंने जुर्माना पटाया। इसके बाद यात्रियों को छोड़ा गया। काफी देर तक आरपीएफ पोस्ट में इसके चलते गहमागहमी का माहौल रहा।