ग्रेड पुष्टि का स्तर 60 से बढ़कर 80 प्रतिशत तक पहुंचा
बिलासपुर। केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी), नई दिल्ली द्वारा हाल ही में कोयला उद्योग में निगरानी व्यवस्था को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) द्वारा कोयला गुणवत्ता सुधार के लिए किए गए प्रयासों की विशेष सराहना की गई।
बैठक के दौरान एसईसीएल के सतर्कता विभाग की प्रस्तुति में बताया गया कि कंपनी ने कोयले की गुणवत्ता बेहतर बनाने के लिए कई नवाचार और सुधारात्मक उपाय अपनाए हैं। इन प्रयासों के चलते ग्रेड पुष्टि स्तर 60 प्रतिशत से बढ़कर 80 तक पहुंच गया है।
सतर्कता, गुणवत्ता नियंत्रण विभाग और विभिन्न ऑपरेशनल क्षेत्रों के संयुक्त प्रयासों से सैंपलिंग प्रक्रिया को और सख्त किया गया, तकनीकी निरीक्षण में जवाबदेही तय की गई और निगरानी व्यवस्था में पारदर्शिता लाई गई।
केंद्रीय सतर्कता आयोग ने एसईसीएल की इन रणनीतियों को अन्य कोयला कंपनियों के लिए अनुकरणीय बताया और सभी को इनसे सीख लेने की सलाह दी।
बैठक में कोयला चोरी की रोकथाम, भूमि और आवास पर अवैध कब्जा, भारी मशीनों का रखरखाव, पर्यावरण अनुपालन, कोयला स्टॉक का सही आंकलन, पीएफ,पेंशन सेवाओं का डिजिटलीकरण और तकनीकी नवाचार जैसे मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
आयोग ने सभी कोयला कंपनियों को इन क्षेत्रों में पारदर्शिता, डिजिटल निगरानी, समयबद्ध रिपोर्टिंग और जवाबदेही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।