रायपुर। छत्तीसगढ़ के विपक्ष के नेता डॉ. चरणदास महंत ने बुधवार को भाजपा सरकार पर धान खरीदी, मिलिंग और भंडारण में ₹1038 करोड़ के घोटाले का गंभीर आरोप लगाया है। राजीव भवन में 4 सितंबर को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में महंत ने कहा कि समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान का सही प्रबंधन और भंडारण न होने से ₹1000 करोड़ से अधिक का धान बर्बाद हो गया है।
महंत ने कहा कि कांग्रेस सरकार की कुशल नीतियों के चलते राज्य में किसानों ने रिकॉर्ड धान उत्पादन किया, जिसके परिणामस्वरूप 144.92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई। यह अनुमानित मात्रा से 15 लाख मीट्रिक टन अधिक थी। हालांकि, भाजपा सरकार ने इस धान के भंडारण, मिलिंग और परिवहन के लिए कोई ठोस कार्ययोजना नहीं बनाई, जिससे यह भारी नुकसान हुआ।
महंत ने बताया कि 2 सितंबर 2024 तक 4.16 लाख क्विंटल धान खरीदी केंद्रों से और 21 लाख क्विंटल भंडारण केंद्रों से नहीं उठाया गया। यह धान बारिश में भीगने के कारण खराब हो गया, जिसकी कीमत ₹1037.55 करोड़ आंकी गई है। यह धान अब मानव उपभोग के लिए अनुपयुक्त हो चुका है और संभवतः पशु आहार या शराब उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
उन्होंने विभिन्न जिलों में हुए नुकसान का भी विवरण दिया, जिसमें सबसे अधिक नुकसान मुंगेली में हुआ, जहां 65,154 क्विंटल धान की बर्बादी से ₹26 करोड़ का नुकसान हुआ। इसके अलावा कबीरधाम, बिलासपुर और बालोद जिलों में भी भारी क्षति दर्ज की गई।
महंत ने इस बड़े पैमाने पर हुए नुकसान के लिए केंद्र और राज्य दोनों सरकारों को दोषी ठहराया और प्रधानमंत्री और राज्यपाल से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने खाद्य मंत्री को पद से हटाने, मुख्यमंत्री से जवाब मांगे जाने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। कांग्रेस इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने के साथ-साथ लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराने की योजना बना रही है।