41 आरोपियों में 29 की तलाश जारी  

रायपुर। नवा रायपुर के श्री रावतपुरा सरकार मेडिकल कॉलेज को मान्यता दिलाने के बदले 55 लाख की रिश्वत लेने के मामले में सीबीआई ने छापामारी की थी। सोमवार को कोर्ट में सुनवाई के बाद इस मामले में पकड़े गए 6 आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। इन आरोपियों में मेडिकल काउंसिल की निरीक्षण टीम के 3 डॉक्टर भी शामिल हैं।

सीबीआई ने 1 जुलाई को इन सभी को अलग-अलग राज्यों से गिरफ्तार किया था। यह मामला मेडिकल कॉलेज को मान्यता दिलाने के लिए पैसे लेकर फर्जी रिपोर्ट देने से जुड़ा है। सीबीआई को इस पूरे खेल की पक्की जानकारी पहले ही मिल गई थी, जिसके बाद टीम ने प्लानिंग के साथ कार्रवाई करते हुए छत्तीसगढ़, कर्नाटक, दिल्ली, राजस्थान, यूपी और मध्यप्रदेश में 40 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की थी।

55 लाख रुपये रिश्वत देने का आरोप

30 जून को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) की चार सदस्यीय टीम SRIMSR कॉलेज का निरीक्षण करने आई थी। उसी दौरान कॉलेज प्रबंधन और निरीक्षण टीम के कुछ सदस्यों के बीच गड़बड़ी हुई। जांच में सामने आया कि कॉलेज के डायरेक्टर अतुल कुमार तिवारी ने मेडिकल काउंसिल की टीम से साठगांठ कर कॉलेज के पक्ष में रिपोर्ट तैयार करने के लिए 55 लाख की रिश्वत दी। यह रकम हवाला के जरिए पहुंचाई गई थी।

CBI ने जिन छह लोगों को पकड़ा है, उनमें शामिल हैं:

  • डॉ. मंजप्पा सीएन (निरीक्षण टीम प्रमुख)
  • डॉ. चैत्रा एमएस
  • डॉ. अशोक शेलके
  • अतुल कुमार तिवारी (कॉलेज डायरेक्टर)
  • सथीश ए (हवाला के जरिए पैसा पहुंचाने वाला)
  • रविचंद्र के (डॉ. चैत्रा का पति, जिसने 16.62 लाख लिए)

CBI ने आरोपियों से पूछताछ के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल सबूत भी बरामद किए हैं। जांच एजेंसी का कहना है कि यह मामला मेडिकल शिक्षा व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिहाज से काफी गंभीर है। मामले में कुल 41 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें से 29 की अभी तलाश जारी है।

CBI अब 21 जुलाई तक आरोपियों से पूछताछ करेगी। आरोपियों से रायपुर के VIP रोड स्थित सीबीआई कार्यालय में पूछताछ जारी है। रिमांड के दौरान परिजन और वकील रोजाना आधे घंटे के लिए मुलाकात कर सकेंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here