मुंगेली। गर्मी के मौसम में जंगल से भटककर गांव पहुंचे एक नर चीतल की लावारिस कुत्तों के हमले में दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा पथरिया वन परिक्षेत्र के ग्राम कंचनपुर के समीप हुआ। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर मृत चीतल का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया।

पानी की तलाश में भटका, कुत्तों का झुंड टूट पड़ा

वन विभाग के मुताबिक, पथरिया रेंज के खपरी, भांवरकछार, बगबुडवा जैसे बीहड़ों से भटककर गांव में आए चीतल को आवारा कुत्तों के झुंड ने घेर लिया और हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल होने के कारण मौके पर ही उसकी मौत हो गई। विभागीय रेंजर सुरेश चंद्रवंशी ने बताया कि चीतल की मौत कुत्तों के हमले और डर के कारण हुई है।

हर साल दोहराई जाती है यही त्रासदी

गौरतलब है कि हर वर्ष गर्मी के मौसम में जंगली जानवर पानी की तलाश में गांवों की ओर आते हैं और शिकार बन जाते हैं। इस क्षेत्र में घने जंगल न होने से हिरणों को सुरक्षित आश्रय नहीं मिल पाता। यही वजह है कि आवारा कुत्ते अकसर हिरणों को निशाना बना लेते हैं।

डियर पार्क की मांग, लेकिन अब तक नहीं हुआ कुछ

ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों पहले पुछेली जनपद पंचायत क्षेत्र के बगबुड़वा में डियर पार्क बनाने की मांग की गई थी। वन विभाग ने सर्वे भी किया और किसानों ने जमीन देने पर सहमति जताई, लेकिन योजना को आज तक अमल में नहीं लाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि डियर पार्क बनने से न केवल वन्य जीव सुरक्षित रहेंगे, बल्कि उनकी फसलों को हो रहे नुकसान से भी राहत मिलेगी।

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