बिलासपुर। रतनपुर थाना क्षेत्र के भरारी गांव में गुरुवार (14 अगस्त) को उस वक्त सनसनी फैल गई, जब 10 साल से बंद पड़े पुराने स्कूल के एक कमरे से 13 साल के चिन्मय सूर्यवंशी की सड़ी-गली लाश बरामद हुई थी। बदबू आने पर ग्रामीण वहां पहुंचे तो बंद कमरे में क्षत-विक्षत शव देखी थी। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने उसी के दोस्त को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। 

लापता होने से लाश मिलने तक
चिन्मय 31 जुलाई की शाम अपने पिता का पुराना मोबाइल लेकर खेलने निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। परिजनों ने हर जगह तलाश की, पंपलेट बांटे और यहां तक कि 1 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया, लेकिन 13 दिनों तक उसका कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस भी अपहरण के शक में जांच कर रही थी।

मोबाइल बना मौत की वजह
साइबर सेल की मदद से पुलिस को तब अहम सुराग मिला जब चिन्मय का मोबाइल अचानक चालू हुआ। जांच में गांव के ही 19 वर्षीय छत्रपाल सूर्यवंशी का नाम सामने आया। पूछताछ में उसने कबूल किया कि मोबाइल गेम खेलने के लिए उसने चिन्मय से मोबाइल मांगा, इंकार करने पर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और लाश को खंडहर स्कूल में छुपा दिया। बाद में मोबाइल की सिम निकालकर फेंक दी और उसे बेचने की कोशिश की, जिससे पुलिस तक मामला पहुंच गया।

गांव में उबाल
जब पुलिस आरोपी को लेकर शव बरामद करने पहुंची, तो पूरे गांव में खबर फैल गई। गुस्साए लोग आरोपी को पीटने पर उतारू हो गए, लेकिन पुलिस ने भीड़ को काबू कर उसे थाने भेज दिया। फिलहाल पुलिस आरोपी और उसके साथियों से पूछताछ कर पूरा घटनाक्रम जानने की कोशिश कर रही है।

मासूम के सपनों का बेरहम अंत
चिन्मय कक्षा 8वीं का छात्र था और अपने दोस्त पर भरोसा करता था। लेकिन इसी दोस्त ने उसे हमेशा के लिए खामोश कर दिया। यह घटना न सिर्फ गांव बल्कि पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।

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