जांजगीर-चांपा। जांजगीर जिले के अकलतरा ब्लॉक के पोड़ी दल्हा गांव में एक किसान ने अपने ही खेत में मगरमच्छ के बच्चे को धूप सेंकते हुए देखा। इस अप्रत्याशित दृश्य को देखकर वह हैरान हुआ, लेकिन उसने संयम रखते हुए दूर से ही मगर का वीडियो बनाया और तुरंत वन विभाग को सूचना दी।
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। तब तक भीड़ हो चुकी थी और हलचल से घबराया मगर पानी में चला गया। खेत में जलभराव के कारण एक छोटी सी तलैया जैसी जगह बन गई थी, जहां मगरमच्छ का बच्चा छिप गया। उसे पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम को करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। अंततः उसे सफलतापूर्वक पकड़कर कोटमी-सोनार स्थित क्रोकोडाइल पार्क में छोड़ दिया गया।
वन विभाग के अनुसार, माना जा रहा है कि यह मगरमच्छ पास के मूर्रा तालाब से भटककर खेत तक पहुंचा। यह तालाब काफी बड़ा है और यहां कई मगरमच्छ मौजूद हैं। संभावना है कि पानी के बहाव के कारण यह छोटा मगरमच्छ खेत तक आ गया था।
गांव में मगरमच्छ मिलने की खबर आग की तरह फैल गई, जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग इसे देखने के लिए उमड़ पड़े थे। मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई, जिससे वन विभाग की टीम को रेस्क्यू ऑपरेशन करने में दिक्कत भी आईं। हालांकि, अधिकारियों ने सावधानी बरतते हुए रेस्क्यू को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
गौरतलब है कि इस तरह की घटनाएं जांजगीर-चांपा जिले के जलभराव वाले इलाकों में अक्सर देखने को मिलती हैं, जहां मगरमच्छ कभी-कभी भटककर रिहायशी इलाकों में पहुंच जाते हैं। इसी तरह के मगरमच्छ बिलासपुर जिले के खूंटाघाट बांध में भी मौजूद हैं, जहां से वे निकलकर रतनपुर के खेतों मे कई बार दिखे हैं। ऐसे मामलों के लिए वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील कर रखी है कि वे मगरमच्छ को देखकर घबराएं नहीं न ही उसे कोई हानि पहुंचाएं, बल्कि विभाग को तत्काल सूचित करें।