बिलासपुर। सिविल लाइन पुलिस ने व्यापारी के साथ हुई लूट के मास्टरमाइंड प्लान का पर्दाफाश कर 8 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए रजनेश सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए खुद घटनास्थल का निरीक्षण किया और सिम्स अस्पताल पहुंचकर पीड़ित से घटना की जानकारी ली थी।
कुंदन पैलेस के पास की घटना
शनिवार 5 अक्टूबर को रात 9 बजे के करीब, व्यापारी योगेश पंजवानी अपनी दुकान बंद कर अपने कर्मचारी को छोड़ने के बाद कुंदन पैलेस की ओर जा रहे थे। तभी कुछ अज्ञात लड़कों ने मोटरसाइकिल से आकर उन्हें रोका और उनके बैग को लूटने का प्रयास किया। विरोध करने पर आरोपियों ने धारदार चाकू से उनके पेट, पीठ, और नाभि पर वार कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया।
पुलिस ने तुरंत तलाश शुरू की
घटना की सूचना मिलते ही सिविल लाइन पुलिस ने मामला दर्ज किया और घटनास्थल के आस-पास लगे 150 सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया। पुलिस को एक मोटरसाइकिल पर “शहंशाहे छत्तीसगढ़” लिखा हुआ दिखा, जिससे आरोपियों की पहचान हुई। पुलिस टीम ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर मुख्य आरोपी जैदुल हक और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया।
योजना पहले से बनाई गई थी
पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे लंबे समय से व्यापारी योगेश पंजवानी पर नजर रख रहे थे और उन्हें लूटने का प्लान बनाया था। घटना में शामिल आरोपियों में जैदुल हक, सैयद साद अली, वेद प्रसाद जांगड़े, हंसराज राय, आदिल खान, सैयद अहमद रजा, पी प्रशांत राव और दो नाबालिग थे। ये सभी मोबाइल फोन के जरिये एक दूसरे से संपर्क में थे।
बरामद सामग्री
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लोहे का चाकू, दो मोटरसाइकिल, और 8 मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिन्हें वारदात के दौरान इस्तेमाल किया गया था। सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
गरबा के दौरान 3 गिरफ्तार
इसके अलावा, शहर में हो रहे गरबा कार्यक्रमों के दौरान सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। इसी दौरान, कुछ संदिग्ध लोगों की गतिविधियों पर नजर रखकर पुलिस ने तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनके पास से भी चाकू बरामद किए गए और उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।