कांग्रेस कार्यकर्ता एकजुट होकर अलग-अलग जिलों मे सड़क पर उतरे, आम लोगों को हुई भारी परेशानी
रायपुर। छत्तीसगढ़ में आज कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी और रायगढ़ जिले के तमनार में अडाणी के कोल ब्लॉक के लिए हो रही पेड़ कटाई के विरोध में राज्यव्यापी चक्काजाम और आर्थिक नाकेबंदी की। दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक चले इस आंदोलन का पूरे प्रदेश में असर देखा गया। प्रमुख शहरों में सड़कें जाम हुईं, यातायात ठप हुआ और आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
उमस व बारिश के बीच हुआ प्रदर्शन
कांग्रेस ने प्रदेश के 33 जिलों में चक्काजाम का ऐलान किया था। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर और सरगुजा जैसे प्रमुख संभागों में हाईवे, फ्लाईओवर और चौराहों पर कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। रायपुर में VIP रोड पर श्रीराम मंदिर चौक, मैग्नेटो मॉल के सामने, धरसींवा, धनेली, अभनपुर, बेमेतरा, महासमुंद, बैकुंठपुर, जगदलपुर, कांकेर, आरंग, तिल्दा और खरोरा जैसे इलाकों में सड़कें दो घंटे तक जाम रहीं। बिलासपुर में सकरी-पेंड्रीडीह फ्लाईओवर के नीचे भारी भीड़ जमा हुई, जिससे रायपुर-बिलासपुर हाईवे पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ और सैकड़ों गाड़ियों की कतार लग गई। विधायक अटल श्रीवास्तव, जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी व शहर जिला अध्यक्ष विजय पांडेय ने यहां आंदोलन की अगुवाई की।
दुर्ग संभाग में छह स्थानों पर चक्काजाम हुआ, जिसमें दुर्ग-बेमेतरा मुख्य मार्ग, सिरसा गेट, मिनीमाता चौक और नेहरू नगर चौक शामिल थे। बस्तर के जगदलपुर में आमागुड़ा चौक पर प्रदर्शन ने जगदलपुर-रायपुर मार्ग को ठप कर दिया। रायगढ़ में कोतरा रोड ओवरब्रिज के पास आर्थिक नाकेबंदी की गई, जहां मालवाहक वाहनों को रोका गया। कुछ स्थानों, खासकर रायगढ़ और बस्तर में, बारिश के बीच भी प्रदर्शन और चक्काजाम जारी रहा।
स्कूल बस फंसे, एंबुलेंस के पहिये थमे, फ्लाइट छूटी
चक्काजाम की वजह से कई यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रायपुर में VIP रोड पर जाम के कारण स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे की ओर जाने वाले कई यात्रियों की फ्लाइट छूट गई। कुछ यात्रियों ने बताया कि वे घंटों जाम में फंसे रहे और समय पर हवाई अड्डा नहीं पहुंच पाए। रायगढ़ और बिलासपुर में मालवाहक वाहनों के रुकने से सामान की डिलीवरी में देरी हुई, जिसका असर स्थानीय व्यापारियों पर पड़ा।
स्कूली बच्चों को भी खासी परेशानी हुई। कई स्कूल बसें जाम में फंस गईं, जिससे बच्चों को देर तक सड़कों पर इंतजार करना पड़ा। हालांकि, कांग्रेस ने दावा किया कि आपातकालीन सेवाओं को बाधित नहीं किया गया, और एंबुलेंस सेवाएं निर्बाध जारी रहीं। फिर भी, कुछ जगहों पर एंबुलेंस को जाम में फंसने की शिकायतें मिलीं, हालांकि पुलिस ने इन्हें जल्दी निकालने की कोशिश की।
मौसम आज गर्म और उमस भरा था, और भिलाई जैसे कुछ इलाकों में हल्की बारिश ने प्रदर्शनकारियों और यात्रियों की मुश्किलें बढ़ाईं। रायपुर में दोपहर के समय तापमान 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा, और उमस ने हालात को और मुश्किल बनाया। कुछ जगहों पर कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हल्की झड़प की खबरें भी आईं, लेकिन कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
सुप्रीम कोर्ट की ED को लेकर की गई टिप्पणी केंद्र सरकार के खिलाफ है और यह ED के गालों पर तमाचा है.
अब यह स्पष्ट है कि स्वायत्त संस्था होकर भी ED भाजपा के एक विंग के रूप में कार्य कर रही है. इसलिए ही सुप्रीम कोर्ट ने कल ED से कहा कि "आप अपना काम करें, राजनीतिज्ञों को राजनीति करने… pic.twitter.com/0KLkx1D9JY
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) July 22, 2025
आंदोलन बदले की कार्रवाई के खिलाफ- बैज
कांग्रेस के कई बड़े नेता इस आंदोलन में शामिल हुए। प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने जगदलपुर के आमागुड़ा चौक पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और कहा, “यह आंदोलन अडाणी के जंगल काटने और केंद्र सरकार की बदले की कार्रवाई के खिलाफ है। हम छत्तीसगढ़ की जनता के हक के लिए लड़ रहे हैं।”
रायपुर में भूपेश बघेल ने VIP चौक पर प्रदर्शन का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा, “चैतन्य की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है। अडाणी को कोल ब्लॉक देने के लिए तमनार में जंगल काटे जा रहे हैं, यह पर्यावरण और स्थानीय लोगों के खिलाफ साजिश है।” नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव भी रायपुर में प्रदर्शन में शामिल हुए। बिलासपुर में कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव और शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडेय ने सकरी-पेंड्रीडीह फ्लाईओवर पर कार्यकर्ताओं का नेतृत्व किया।
कांग्रेस और भाजपा के अलग-अलग दावे
जंगल काटने की स्वीकृति देने वाले भूपेश,
अब ढोंग करने का काम कर रहे हैं।#चोरी_और_सीनाजोरी#CongressAndCorruption pic.twitter.com/y729v1548A— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) July 22, 2025
कांग्रेस ने इस आंदोलन को सफल बताते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं ने एकजुटता दिखाई। दीपक बैज ने दावा किया, “हमारा संदेश सरकार तक पहुंच गया है। जनता हमारे साथ है।” दूसरी ओर, भाजपा ने इसे पूरी तरह विफल करार दिया। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, “कांग्रेस की आर्थिक नाकेबंदी फ्लॉप रही। जनता, व्यापारी और श्रमिक संगठनों ने इसका विरोध किया। ED की कार्रवाई कानूनी है, इसमें राजनीति ढूंढना गलत है।”
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आंदोलन को असंवैधानिक बताया और कहा, “कांग्रेस बिना वजह जनता को परेशान कर रही है।”
चैतन्य की गिरफ्तारी के बाद बनी रणनीति
चैतन्य बघेल को 18 जुलाई को भिलाई से ED ने शराब घोटाले से जुड़े ₹16.70 करोड़ के मामले में गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी विधानसभा के मॉनसून सत्र के अंतिम दिन हुई, जब भूपेश बघेल रायगढ़ जिले के तमनार में अडाणी की कंपनी द्वारा कोयला खनन के लिए पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठाने वाले थे। कांग्रेस का दावा है कि यह गिरफ्तारी भूपेश बघेल को चुप कराने की साजिश थी। ED का कहना है कि चैतन्य ने इस रकम को रियल एस्टेट में निवेश किया था।
रायगढ़ में अडाणी के कोल ब्लॉक के लिए पेड़ कटाई का मुद्दा भी इस आंदोलन का बड़ा कारण रहा। कांग्रेस का आरोप है कि इससे पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। कुछ जगहों पर स्थानीय लोगों ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया, खासकर रायगढ़ में, जहां कोतरा रोड पर करीब 100 से ज्यादा आम लोग जमा हुए। हालांकि, भाजपा का दावा है कि आंदोलन को जनता का समर्थन नहीं मिला।