दो महिलाओं सहित अलग-अलग राज्यों के 9 आरोपी गिरफ्तार

दुर्ग। दुर्ग पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर पर बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह अमेरिका के नागरिकों को निशाना बनाकर उनके कंप्यूटर और मोबाइल में वायरस भेजता था, फिर उसे हटाने के नाम पर डॉलर में वसूली करता था।

चौहान टाउन स्थित बी/2 मकान में छापा मारकर पुलिस ने दो महिलाओं समेत 9 आरोपियों को पकड़ा। इन लोगों का सरगना अर्जुन शर्मा नाम का युवक है, जिसे पुलिस ने होटल बेल से गिरफ्तार किया। यह पूरा गिरोह अर्जुन शर्मा, हर्ष अवस्थी और सम्यक के नेतृत्व में संचालित हो रहा था।

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी फर्जी वेबसाइट और ई-सिम के जरिए अमेरिकी नागरिकों के डिवाइस में वायरस भेजते थे। फिर कॉल सेंटर से संपर्क कर वायरस हटाने के नाम पर 80 से 200 डॉलर तक की मांग करते थे। भुगतान ई-वॉलेट और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से लिया जाता था और इसमें टेलीग्राम ऐप का इस्तेमाल होता था।

ठगी के बाद डिवाइस को एंटी-वायरस से साफ कर दिया जाता था और पीड़ित का नंबर ब्लॉक कर दिया जाता था ताकि वह कोई शिकायत न कर सके।

गिरोह का वित्तीय मैनेजमेंट भी सुनियोजित था। मुख्य आरोपी अर्जुन के कहने पर सम्यक ई-वॉलेट तैयार करता था, जिसमें ठगी की रकम जमा होती थी। वह उसमें से 15-20% कमीशन रखता और बाकी रकम हवाला के जरिए अर्जुन को भेज दी जाती थी। कॉल सेंटर में काम करने वालों को हर महीने 25 से 30 हजार रुपये सैलरी दी जाती थी।

पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम इस प्रकार हैं:

  • संतोष थापा (24) – लाबान, ईस्ट खासी हिल्स, शिलांग (मेघालय)
  • मुकेश नाथ (24), विवेक देव (24), विशाल कर (26), अनिश आर्यन (29) – बरारी, भागलपुर (बिहार)
  • अर्जुन शर्मा (23) – ग्रीनफील्ड कॉलोनी, सूरजकुंड (फरीदाबाद)
  • अमित कुमार सिंह (30) – मदनपुर खादर, सरिता विहार (नई दिल्ली)
  • पियाली देव (24) – लाइथोमुखरा, ईस्ट खासी हिल्स, शिलांग (मेघालय)
  • रिया राय (27) – चौहान टाउन, स्मृति नगर, सुपेला (दुर्ग)

पुलिस ने आरोपियों के पास से लैपटॉप, मोबाइल, सिम कार्ड, राउटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी जब्त किए हैं। मामले में आगे की जांच जारी है।

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