रायपुर। जाने-माने कारोबारी गुरुचरण सिंह होरा और उनके बेटे तरनजीत सिंह होरा के खिलाफ केबल कंपनी हैथवे पर कब्जा करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। बिलासपुर निवासी अभिषेक अग्रवाल ने देवेंद्र नगर थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए होरा पर षड्यंत्र के तहत कंपनी के शेयर हड़पने और संपत्तियों पर अवैध कब्जा जमाने का आरोप लगाया है।

शिकायत के मुताबिक, होरा ने आईएएस अनिल टुटेजा का भय दिखाकर अभिषेक को बंधक बनाया और जबरन कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराने की कोशिश की। इसके बाद कंपनी का नाम बदलकर उपकरणों और सेटअप बॉक्स का उपयोग नई कंपनी में किया गया।

अभिषेक का आरोप है कि गुरुचरण सिंह होरा ने तत्कालीन आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा का भय दिखाकर उन्हें ऑफिस में बंधक बनाया और जबरन कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराने का प्रयास किया। इसके बाद षड्यंत्र रचकर हैथवे कंपनी का नाम बदलकर ग्रैंड अर्श मल्टीनेट प्राइवेट लिमिटेडकर दिया गया और कंपनी के सभी उपकरणों, ऑफिस, और दस्तावेजों पर कब्जा कर लिया गया।

शिकायत के अनुसार, होरा ने 48,500 सेट-टॉप बॉक्स, जो हैथवे कंपनी के थे, का इस्तेमाल अपनी नई कंपनी में किया। अभिषेक के मुताबिक, कंपनी के शेयरधारकों में उनका, गिरिराज गर्ग और गुरमीत सिंह भाटिया का 16.33 प्रतिशत हिस्सा था, जबकि 51 प्रतिशत शेयर मुंबई स्थित हैथवे केबल एंड डाटाकॉम लिमिटेड के डायरेक्टर्स के पास थे।

अभिषेक ने यह भी आरोप लगाया कि दिसंबर 2018 में राज्य में भूपेश सरकार के सत्ता में आने के बाद होरा ने कंपनी पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली। उन्होंने गुरमीत सिंह भाटिया से रिश्तेदारी का हवाला देकर खुद को कंपनी का असली मालिक बताना शुरू कर दिया और हर निर्णय में हस्तक्षेप करने लगे। अभिषेक ने यह भी बताया कि इस दौरान उन्हें पुलिस का भय दिखाकर प्रताड़ित किया गया और राज्यभर में केबल ऑपरेटरों के खिलाफ लगभग 20 एफआईआर दर्ज कराई गईं।

अभिषेक की शिकायत में कई अन्य कारोबारियों के नाम भी शामिल हैं, जिनमें दुलाल बनर्जी, मयूर गोविंद भाई कनानी, सुधीर सरीन, सुनील सेठी, राजेश मित्तल, संजय खन्ना, गिरिराज गर्ग और गुरमीत सिंह भाटिया का जिक्र किया गया है।

कोई जवाब दें

Please enter your comment!
Please enter your name here