जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में पिछले एक सप्ताह से हो रही मूसलाधार बारिश ने भयंकर तबाही मचाई है। सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर और बस्तर जिलों में बाढ़ ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। नदियों के उफान और सड़कों-पुलों के बहने से गांव कट गए हैं, जबकि सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं।

सुकमा में दिल दहलाने वाला हादसा

सुकमा जिले में एक दर्दनाक घटना ने सबको झकझोर दिया। मंगलवार रात एक कार बाढ़ के पानी में बह गई, जिसमें एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई। मृतकों में राजेश कुमार (43), उनकी पत्नी पवित्रा (40) और दो बेटियां सौजैन्या (7) व सौमय्या (4) शामिल हैं। ये लोग तमिलनाडु से मंदिर दर्शन कर लौट रहे थे। ड्राइवर लाला यादव किसी तरह बच गया, लेकिन परिवार के शव अगले दिन बरामद हुए। बीजापुर में एक व्यक्ति लापता है, और कुल 8 लोगों की जान जा चुकी है।

जनजीवन पर भारी मार

बस्तर संभाग में इंद्रावती, शबरी और डंकिनी-शंखिनी नदियां उफान पर था, हालांकि अब उनमें पानी का बहाव धीरे-धीरे कम हो रहा है। इस बीच 200 से ज्यादा घर ढह गए, 86 पूरी तरह तबाह हो चुके हैं, और 17 पशु मरे हैं। दंतेवाड़ा में दंतेश्वरी मंदिर के पास बाईपास पुल बह गया, स्टेट हाईवे-5 पर बारसूर का पुल टूट गया, जिससे सौ से ज्यादा गांवों का संपर्क टूट गया। एनएच-30 पर पानी भरने से यातायात ठप है। एक ग्रामीण ने बताया, “रातोंरात पानी घर में घुस आया, फसलें डूब गईं, अब कुछ नहीं बचा।” लोग छतों पर शरण ले रहे हैं, कई गांव द्वीप बन गए हैं।

प्रशासन का राहत अभियान

प्रशासन ने बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। पिछले 36 घंटों में 68 लोगों को सुरक्षित निकाला गया, और कुल 2196 लोग राहत शिविरों में हैं। भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टरों ने छतों से 6 लोगों को एयरलिफ्ट किया, जबकि एसडीआरएफ टीमें नावों से बचाव कर रही हैं। शिविरों में खाना, पानी और दवाएं दी जा रही हैं। बस्तर कमिश्नर डोमन सिंह ने कहा, “हालात सुधर रहे हैं, लेकिन नुकसान का आकलन अभी बाकी है।”

सीएम साय की सक्रियता

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, जो विदेश प्रवास से आज ही लौटे, कल उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अधिकारियों को तुरंत राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने क्षतिग्रस्त घरों की मरम्मत, राहत राशि और सड़क-बिजली बहाली पर जोर दिया। सीएम ने कहा, “हर प्रभावित परिवार तक मदद पहुंचेगी, सरकार उनके साथ है।” पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाए।

मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। प्रशासन और लोग मिलकर इस आपदा से निपट रहे हैं, लेकिन बस्तर के लिए यह मुश्किल घड़ी है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here